उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर के आउटसोर्स कर्मचारियों के सामने एक बार फिर आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है और वो भी त्यौहारों के बीच। यहां काम कर रहे आउटसोर्स के करीब 13 सौ कर्मचारियों को अभी तक पिछले महीने का वेतन नहीं मिला है। दीपावली सिर पर है, कर्मचारी मुसीबत में हैं त्यौहार कैसे मनायें।
श्री महाकाल मंदिर में नियमित कर्मचारियों के अलावा आउट सोर्स कर्मचारी भी कार्यरत है। जिसमें आउट सोर्स कंपनी क्रिस्टल इंटीग्रेटेड के जरिये सुरक्षा कर्मी और केएसएस के माध्यम से सफाई व अन्य कर्मचारी तैनात किये गये हैं। दोनों कंपनी के माध्यम से करीब 1300 कर्मचारी यहां तैनात हैं। इन कर्मचारियों को अभी तक 1 अक्टूबर को मिलने वाला वेतन भी नहीं मिला है।
नवरात्रि-दशहरा भी तंगी में मनाया
इन कर्मचारियों ने पहले भी मांग की थी कि त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए वेतन पहले दिया जाये। लेकिन दोनों ही कंपनियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। कर्मचारी चाहते थे कि उन्हें वर्तमान माह का वेतन मिल जाये जिससे उन्हें नवरात्रि और दशहरा मनाने में सुविधा हो। वहीं नवंबर माह में मिलने वाला वेतन और बोनस दीपावली के पहले मिल जाये, जिससे दीपावली मनाने में भी सुविधा हो। लेकिन महीने के बीस दिन बीतने के बाद भी अक्टूबर माह में मिलने वाला वेतन ही नहीं मिला है। जिससे कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति बन गई है। केएसएस कंपनी सूत्रों का कहना है कि एक दो दिन में कर्मचारियों को इस माह का वेतन जारी हो जायेगा।
क्रिस्टल कंपनी हमेशा ही करती है देरी
सुरक्षाकर्मी मुहैया कराने वाली क्रिस्टल कंपनी द्वारा हर महीने ही देरी से वेतन दिया जाता है। कई बार तो महीने की 25 तारीख गुजरने के बाद वेतन जारी होता है, जबकि नियमानुसार हर महीने 5 तारीख के पहले कर्मचारियों को वेतन दिया जाना चाहिए। ऐसा मंदिर से हुए अनुबंध में भी उल्लेख है। इस बार केएसएस कंपनी ने भी अपने कर्मचारियों को 20 दिन लटका दिया है।