नलखेड़ा, अग्निपथ। तीन माह से वेतन कटौती के कारण नाराज नगर परिषद के एक सफाईकर्मी ने मुख्य नगर परिषद अधिकारी (सीएमओ) के चेंबर में जाकर जहर खा लिया। तबीयत बिगडऩे पर अन्य कर्मचारी उक्त सफाईकर्मी को स्थानीय सिविल अस्पताल ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सफाई कर्मी को आकर जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया।
मंगलवार दोपहर 1 के करीब नगर परिषद में उस समय हडक़ंप मच गया। जब नगर परिषद में कार्यरत एक स्थाई सफाई कर्मचारी मेफुद्दीन द्वारा तीन माह से लगातार वेतन में हो रही कटोत्री से नाराज होकर सीएमओ के चेंबर में पहुंचकर जहर खा लिया। मैफुद्दीन ने नगर परिषद के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि मैं नगर परिषद नलखेड़ा में सफाई कर्मचारी के पद पर पदस्थ हूं।
गत तीन माह से नगर परिषद के अधिकारी बेवजह मेरा वेतन काट कर मुझे प्रताडि़त कर रहे हैं। मैफुद्दीन अपनी समस्या को लेकर नगर परिषद सीएमओ मुकेश भंवर के चेंबर में पहुंचा जहां पर सीएमओ भंवर ने उसे अपनी समस्या लिखित में देने के लिए कहा पर मेफुद्दीन पढ़ा लिखा नहीं होने के कारण समस्या लिखित में देने के लिए राजी नहीं हुआ।
इस दौरान सफाई कर्मचारी मेफुद्दीन ने अपनी जेब से कीटनाशक दवाई की बोतल निकाल कर पीने की कोशिश की। जिसे वहां उपस्थित नगर पंचायत के कर्मचारियों ने रोक लिया लेकिन दवाई का कुछ अंश उसके शरीर में चला गया। जिससे उसकी तबीयत बिगडऩे पर कर्मचारी स्थानीय सिविल अस्पताल ले गए।
आगर जिला चिकित्सालय रेफर
जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसके परिजनों ने उसका इलाज आगर जिला चिकित्सालय में करने की बात कही जिस पर मैफुद्दीन को सिविल अस्पताल नलखेड़ा से आगर जिला चिकित्सालय रेफर किया गया। इस संबंध में नगर परिषद सीएमओ मुकेश भंवर ने बताया कि उक्त सफाई कर्मचारी झूठे आरोप लगा रहा है जितने दिन अनुपस्थित रहा है उतने ही दिन का वेतन काटा गया है।