कलेक्टर बोले-मामला संज्ञान में, कुछ हल जरूर निकालेंगे
उज्जैन, अग्निपथ। पूर्व पार्षद एवं होटल प्रेसिडेंट के मालिक गु्ड्डू कलीम की हत्या के बाद होटल में विवाह की बुकिंग कराने वाले परिवारों की मुसीबतें बढ़ गई। 20 से ज्यादा परिवारों ने होटल में अपने बेटे-बेटियों के विवाह के लिए पूर्व से बुकिंग कराई थी। होटल सील होने के बाद अब यहां कोई भी कार्यक्रम होना संभव नहीं है लेकिन बुकिंग कराने वालों के रुपए उलझ़ गए हैं। ऐसे ही कुछ परिवार के लोग रुपए वापस कराने की मांग को लेकर मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे। यहां भी उन्हें कोईं जवाब नहीं मिला है कि रुपए वापस हो पाएंगे या नहीं।
डाबरी पीठा के रहने वाले चंद्रशेखर राव गांगोडेे अपनी बेटी को साथ लेकर मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाईं में पहुंचे। गांगोड़े ने बताया कि 19 दिसंबर को उनकी बेटी का विवाह है। इसके लिए उन्होंने तीन महीने पहले होटल प्रेसिडेंट बु क कराई थी। एडवांस बुकिंग के तौर पर उन्होंने 1 लाख 10 हजार रुपए जमा किए थे। जब होटल मालिक गुड्डू कलीम की हत्या की जानकारी उन्हें लगी तो वे सकते में आ गए।
इसके बाद जब होटल सील हुई तो वे जमा राशि वापस लेने के लिए होटल पहुंचे। यहां देखा तो होटल के आसपास पुलिस का पहरा था। उन्होंने पुलिस को पूरी बात बताई लेकिन पुलिस अधिकारी बोले कि इसमें वे कुछ नहीं कर सकते हैं। मंगलवार को गांगोड़े ने कलेक्टर की जनसुनवाई में गुहार लगाई है। यहां उन्हें आश्वासन जरूर मिला है लेकिन कब और कौन उनके रुपए वापस करेगा इसे लेकर असमंजस्य बरकरार है।
इसी तरह आगर रोड निवासी संतोष पवार के बेटे का विवाह देवउठनी एकादशी पर होना था। उन्होंने रिसेप्शन पार्टी के लिए होटल प्रेसिडेंट बुक कराई थी। एडवांस राशि 75 हजार रुपए जमा किए थे। अब इतनी जल्दी उन्हें दूसरा कोई वेन्यू नहीं मिल रहा और होटल प्रेसिडेंट में जमा की गई राशि भी कोई वापस देने वाला नहीं है।
इनका कहना
जनसुनवाई में आज कुछ लोग आए थे जिन्होंने होटल प्रेसिडेंट में विवाह कार्यक्रम की बुकिं ग कराई है पूरा मामला संज्ञान में है, कुछ हल जरूर निकाला जाएगा। – नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर
जनसुनवाई में कुछ लोग पहुंंचे थे लेकिन पुलिस इस मामले में कु छ नहीं कर सकती है। विवाह की बुकिंग और राशि वापस लौटाने को लेकर निगम अथवा प्रशासनिक स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। – प्रदीप शर्मा, एसपी
लॉ एंड ऑर्डर के पालनार्थ होटल प्रेसिडेंट सील की गई है। अब यहां कोई कार्यक्रम संपन्न होना तो संभव नहीं है। जिन लोगों ने बुकिंग कराई थी उन्हेंं राशि लौटाने को लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता। – आशीष पाठक, आयुक्त नगर निगम