कोरोना का नया वायरस एक बार फिर अपना उग्र रूप दिखाने लगा है। खासकर महाराष्ट्र में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। महाराष्ट्र के कुछ शहरों में लॉकडाउन तो कुछ जगह नाइट कफ्र्यू शुरू कर दिए गए हैं।
मध्यप्रदेश में भी कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने खास घोषणा की है कि महाराष्ट्र की सीमा से लगे मध्यप्रदेश के जिलों पर विशेष नजर रखी जाएगी और वहां से कोरोना निगेटिव का मेडिकल सर्टिफिकेट लाने वालों को ही मध्यप्रदेश में प्रवेश दिया जाएगा। लेकिन हालात देखकर ऐसा नहीं लग रहा है।
रोज महाराष्ट्र-गुजरात होती हुई कई ट्रेनें और बसें शहर में पहुंच रही हैं। इसमें बैठे यात्रियों के स्वास्थ्य संबंधी पूछताछ कहीं नहीं हो रही। रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से उतरकर यह यात्री पूरे शहर में बेरोकटोक आ-जा रहे हैं। बस से शिर्डी आने-जाने एक यात्री का कहना है कि न तो उसे महाराष्ट्र में रोका गया और न ही मध्यप्रदेश में। अगर ऐसे ही हालात रहे तो कोरोना संक्रमण को कैसे रोका जाएगा। बस और ट्रेनों में बेखौफ घूम रहे कोरोना संक्रमितों को नहीं पकड़ा गया तो हालात बेकाबू हो जायेंगे।