उज्जैन,अग्निपथ। टीवी सीरियलों की प्रसिद्ध अभिनेत्री के माता-पिता की 16 साल पहले चोरी हुई कार माधवनगर पुलिस ने बरामद कर ली थी, लेकिन जांच अधिकारी के फर्जीवाड़े कारण मामला उलझा गया। करीब डेढ़ साल पहले दंपत्ति ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर दी। मामला सामने आने पर टीआई दिनेश प्रजापति ने बेटा बन उन्हें मनाया तो शनिवार को वह प्रकरण के निराकरण के लिए आ गए।
सेठीनगर हाल मुकाम भोपाल निवासी दिनेश चंद्र जोशी जिला कोर्ट में बाबू थे। 4 सितंबर 2005 को उनकी अल्टो कार एमपी 13 डी 5419 गायब हो गई थी। उन्होंने प्रापर्टी ब्रोकर ऋषिनगर निवासी संजय फरटे व इंदौर के मनोहर लाल शर्मा पर शंका जाहिर कर माधवनगर थाने में केस दर्ज कराया। केस दर्ज होने के कुछ दिन बाद ही पुलिस ने मनोहर से कार जब्त की, लेकिन तात्कालीन महिला जांच अधिकारी उस कार का इस्तेमाल करने लग गई। यह देख जोशी ने कार नहीं लेते हुए उसमें से सामान गायब होने की भी शिकायत कर दी। प्रकरण उलझने से कार थाने में पड़ी रही।
जोशी सेवानिवृत होकर भोपाल चले गए, लेकिन मामला चलता रहा। इसी के चलते जोशी ने 9 दिसंबर 2012 को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर दी। बावजूद मामला उलझा रहा, लेकिन टीआई प्रजापति ने लंबित शिकायत देख तीन माह तक प्रयास कर जोशी और उनकी पत्नी कुसुम को मनाया। बेटा बनकर न्याय दिलाने का भरोसा दिलाने पर शनिवार को दंपत्ति आए। उन्होंने सीएम हेल्प लाइन से शिकायत वापस ली और कार सुपुर्दगी के लिए कोर्ट में आवेदन लगा दिया।
ऐसे उलझा था मामला
खास बात यह है कि जोशी द्वारा तात्कालीन एसआई की शिकायत पर वरिष्ठ अधिकारियों ने जांच की थी। आरोप सिद्ध नहीं होने पर भी मामला रफादफा हो गया था। इसी को आधार बनाकर चोरी की रिपोर्ट को झूठा साबित किया तो कोर्ट ने 1 फरवरी 2006 को मामले में खारजी काट दी। बाद में पुलिस ने जोशी के विरुद्व धारा 182 व 211 के तहत कार्रवाई भी कर दी थी। हालांकि शनिवार को टीआई ने दंपत्ति के भोपाल जाने के लिए ड्राइवर का इंतजाम किया।
इनका कहना
565 दिन पुरानी शिकायत का निराकरण करने पर टीम को पुरस्कृत किया जायेगा। – सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, एसपी