महाकाल मंदिर : प्रोटोकाल कार्यालय अब महाकाल लोक में शिफ्ट

प्रोटोकाल शिखर दर्शन ग्राउंड पर अगर बड़ी एलईडी लगा दी जाये तो बिना अनुमति के भी सैकड़ों लोग यहां से सहजतापूर्वक भस्मारती दर्शन कर सकते हैं।

प्रोटोकाल पर्ची के बिना नहीं मिलेगा नंदी हाल में प्रवेश, भीड़ को देखकर सख्ती शुरू

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकाल मंदिर में दीपावली के बाद बढ़ती भीड़ को देखते हुए दर्शन वीआईपी व्यवस्था में फेरबदल किया गया है। मंदिर का प्रोटोकाल कार्यालय मानसरोवर से बदलकर महाकाल लोक के कंट्रोल रूम भवन में शिफ्ट किया गया है।

नई व्यवस्था के तहत प्रोटोकाल से दर्शन करने आने वाले वीआईपी दर्शनार्थी को अब प्रोटोकाल कार्यालय तलाशने में आसानी होगी। यहां से उन्हें पेड (250 रुपए प्रति व्यक्ति) और एफओसी (मुफ्त) दर्शन की पर्ची जारी करने की व्यवस्था की गई है। यह पर्ची लेकर दर्शनार्थी प्रोटोकाल कर्मचारी के साथ वीआईपी मार्ग से सूर्यमुखी हनुमान होते हुए सभा मंडप में पहुंचेगे और पर्ची दिखाकर ही नंदी हाल में प्रवेश करेंगे।

पिछले कुछ दिनों से थी व्यवस्था में ढील

प्रोटोकाल पर्ची के माध्यम से दर्शन कराये जाने की व्यवस्था पहले भी थी। लेकिन बीच में सावन माह के बाद दर्शनार्थियों की भीड़ कम होने के कारण व्यवस्था में ढील दे दी गई थी। ऐसे में प्रोटोकाल कर्मचारी या अन्य कर्मचारी अपने साथ दर्शनार्थियों को ले जाकर नंदी हाल से दर्शन करा रहे थे। हाल ही में दीपावली के बाद से मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ी है, इस कारण दर्शन व्यवस्था में सख्ती बरती गई है। अब प्रोटोकाल के तहत नंदी हाल से उन्हें ही दर्शन कराये जायेंगे, जो प्रोटोकाल कार्यालय से दर्शन पर्ची बनाकर आयेंगे। मंदिर समिति प्रशासक गणेश धाकड़ का कहना है कि मंदिर में बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह बदलाव किया है। इससे लोगों को दर्शन में सुविधा होगी।

महाकाल मंदिर में आ रहे 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु, दीवाली के बाद भीड़ बढ़ी

दीपावली के बाद से श्री महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। मंदिर सूत्रों के मुताबिक करीब तीन लाख दर्शनार्थी इन दिनों रोज मंदिर में पहुंच रहे हैं। मंदिर समिति ने बढ़ती भीड़ को देखते हुए कई बदलाव भी किये हैं। जिसके तहत गणेश मण्डपम् में अब करीब चार-पांच लाइन में दर्शनार्थियों को दर्शन कराये जा रहे हैं। यहां पर सुरक्षा गार्ड भी बढ़ाये हैं जो कतारें जल्दी चला रहे हैं। इसके अलावा गेट नंबर चार पर शीघ्र दर्शन काउंटर बढ़ाये गये हैं। बेरिकेटिंग में भी बदलाव किये गये हैं। मंदिर समिति का दावा है कि अधिकतम 30 मिनट में दर्शनार्थियों को दर्शन कराये जा रहे हैं।

वीआईपी दर्शनार्थी फैला रहे हैं अव्यवस्था, सुरक्षागार्ड की भी नहीं सुन रहे

श्री महाकालेश्वर मंदिर में आने वाले वीआईपी दर्शनार्थी ही व्यवस्था बिगाड़ रहे हैं। हाल ही में मंदिर समिति ने नीलकंठ मार्ग पर बेरिकेड्स लगाकर वहां से वाहन प्रतिबंधित कर दिये थे। यह निर्णय कलेक्टर नीरजकुमार सिंह के आदेश के बाद लिया गया था। यहां से आने वाले वीआईपी, मंदिर कर्मचारी और अधिकारियों को निर्देश दिये थे कि नीलकंठ द्वार के पास ही बनी स्मार्ट सिटी की पार्किंग में वाहन पार्क किया जाये।

इस निर्देश का असर यह हुआ कि यहां बेरिकेड्स तो लग गये लेकिन वीआईपी वाहनों का महाकाल लोक कंट्रोल रूम तक जाना नहीं थमा। अब कंट्रोल रूम के सामने यह हालात हैं कि प्रमुख मार्ग, भारत माता मंदिर मार्ग, कंट्रोल रूम के सामने वीआईपी दर्शनार्थियों के वाहनों की भरमार है। सुरक्षागार्ड इन्हें समझाते हैं तो भी समझने को तैयार नहीं।

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