ट्रांसफार्मर स्टैंड बाय का उपयोग, सर्किट ब्रेकर क्रियाशील नहीं होने और तुरंत कार्रवाई शुरू नहीं करने को लेकर करेगी जांच
उज्जैन, अग्निपथ। विगत रविवार को गंभीर डेम पर शहर को पेयजल संकट में डालने की घटना होने के बाद अब इसकी जांच भी शुरू कर दी गई है। इसके लिये तीन सदस्यीय समिति गठित की है, जोकि तीन बिंदुओं पर अपनी जांच रिपोर्ट निगमायुक्त के सामने पेश करेगी।
रविवार 3 नवम्बर को गंभीर इंटेक वेल के पेनल रूम में वॉटर सप्लाय कंट्रोल पैनल में फॉल्ट होने के कारण उज्जैन शहर की जलापूर्ति बाधित होने से इन पैनलों के फॉल्ट आदि की विस्तृत जांच करने के लिये तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जिसमें संजेश गुप्ता, उपायुक्त अध्यक्ष, संतोष गुप्ता, अधीक्षण यंत्री वरिष्ठ सदस्य एवं शिवम दुबे, सहायक यंत्री पीएचई सदस्य सचिव एवं प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नियुक्त किया है।
समिति सामान्य जांच के साथ-साथ वॉटर सप्लाय हेतु जब स्टैण्ड बाय ट्रांसफार्मर स्थापित होकर क्रियाशील रहें, के निर्देश होने के उपरांत भी स्टैंड बॉय का उपयोग आपात स्थिति में क्यों नहीं किया गया, सुरक्षा के लिये लगाये गये सर्किट ब्रेकर समय पर क्रियाशील क्यों नहीं हुए एवं जब घटित घटना दोपहर 12-1 बजे घटित हुई तो तद्समय ही कार्रवाई क्यों नहीं प्रारंभ की गई, इस प्रकार विलम्ब हेतु दोषी कौन है बिंदुओं पर जांच करेगी।
उपयंत्री मनोज खरात को कार्यमुक्त किया
पीएचई के कार्यपालन यंत्री एनके भास्कर ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें मनीज खरात उपयंत्री विद्युत यांत्रिकी को शासन के आदेशानुसार कार्यालय मुख्य अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग इंदौर परिक्षेत्र इंदौर में अस्थाई रूप में आगामी आदेश तक पदस्थ किया गया है।