उज्जैन, अग्निपथ। शिप्रा नदी में शराब के नशे में नहाते वक्त एक युवक की डूबने से मौत हो गई। उसके दोस्त घाट पर मौजूद थे और वे मदद के लिए चिल्लाते रहे। कुछ देर बाद तैराक दल और पुलिस पहुंची। इसके बाद नदी से युवक को निकाला तो उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया। एएसआई जय प्रकाश शर्मा ने बताया अज्जू उर्फ अजय पिता मोहनलाल मरमट निवासी कमला नेहरूमार्ग की शिप्रा नदी में डूबने से मौत हो गई है।
वह अपने दोस्त दीपक पिता भरत और मनीष के साथ शराब पीने के बाद स्नान के लिए भूखी माता मंदिर के पास शिप्रा नदी में नहाने गया था। दीपक और मनीष घाट पर नहा रहे थे जबकि अज्जू नदी तैरते हुए नदी के भीतर चला गया। इसी दौरान गहराई में जाकर उसकी सांसे फूल गई और वह डूबने लगा। दीपक और मनीष घाट पर मदद के लिए चिल्लाते रहे लेकिन कोई मौजूद नहीं था।
जब वह पानी में डूब गया इसके बाद लोगोंं की भीड़ जमा हुई और तैराक दल के सदस्य व होमगार्ड सैनिक सहित पुलिस मौके पर पहुंची। काफी देर की मशक्कत के बाद अज्जू को पानी से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
छात्रा ने सिरदर्द की गोली समझ सल्फास खाई, मौत
उज्जैन, अग्निपथ। माकड़ोन थाना क्षेत्र स्थित ग्राम कपेली में रहने वाली 12 वीं की छात्रा ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस मामले में जांच कर रही है। परिजनों का कहना है कि छात्रा ने गलती से सिरदर्द की गोली समझकर जहर खा लिया था।
पुलिस ने बताया माकड़ोन के समीप ग्राम कपेली निवासी छात्रा अंजलि पिता हरिओम को सल्फास खाने के बाद तबीयत खराब होने पर परिजनों ने फ्रीगंज क्षेत्र स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। अंजलि ने परिजनों को बताया था कि सिरदर्द होने पर उसने गलती से सल्फास की गोली खा ली थी। उसकी तबीयत बिगडऩे पर परिजन उसे अस्पताल लेकर आए जहां दो दिन से उसका उपचार चल रहा था।
उपचार के दौरान बुधवार देर रात अस्पताल में उसकी मौत हो गई।सूचना मिलने पर पुलिस निजी अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया। परिजनों के अनुसार अंजलि कक्षा 12 वीं में अध्ययनरत थी। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद मर्ग कायम कर शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया।