झांसी अस्पताल हादसे से सबक ले सीहोर जिला प्रशासन
सीहोर, अग्निपथ। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के स्पेशल न्यू बॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में आग लगने से 10 बच्चों की मौत के बाद सीहोर जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। जिला कांग्रेस के पूर्व महासचिव पंकज शर्मा ने प्रशासन से इन अव्यवस्थाओं में तत्काल सुधार करने की मांग की है।
कांग्रेस नेता शर्मा ने बताया है कि सीहोर जिला मुख्यालय स्थित सरकारी अस्पताल के मातृ एवं शिशु रोग विभाग की बिल्डिंग के पास अवैध कैंटीन चलाया जा रहा है जबकि ये जगह मरीजों के साथ आए परिजनों के विश्राम के लिए बनाई गई थी। साथ ही इस कैंटीन में घरेलू गैस सिलेंडर का भी उपयोग किया जा रहा है। इस अवैध कैंटीन की वजह से यहां कोई बड़ा हादसा होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा
। कैंटीन के ठीक पास ही अस्पताल का मातृ एवं शिशु रोग विभाग है। जहां प्रसूताएं और नवजात बच्चे भर्ती रहते हैं और हादसा होने की स्थिति में उनको बाहर निकलने में परेशानी भी होती है क्योंकि बच्चे नवजात होते हैं और प्रसूताएं भी डिलीवरी के बाद कमजोरी महसूस करती है ।
पंकज शर्मा ने कहा कि ऐसे में इस कैंटीन की वजह से हुआ कोई छोटा सा हादसा भी विकराल रूप धारण कर सकता है जिससे लोगों के जान माल का काफी नुकसान हो सकता है। शर्मा ने कलेक्टर से इस मामले की जांच कराकर असली दोषियों पर कठोर कार्रवाई के साथ ही इस मामले में मूकदर्शक बने अस्पताल के सिविल सर्जन को निलंबित किए जाने की मांग की है।