पीएमसी कंसल्टिंग एजेंसी, जिंदल और ब्लीफ कंपनी को नोटिस होंगे जारी
उज्जैन, अग्निपथ। शहर को जोडऩे वालीं चार मुख्य सडक़ों का सोमवार को महापौर मुकेश टटवाल ने निरीक्षण किया। 56 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली इन सडक़ों को डीपीआर के मुताबिक नहीं बनाया जा रहा है। पीएमसी कंसल्टिंग एजेंसी और ब्लीफ कंपनी को महापौर ने नोटिस देने के निर्देश दिये हैं। महापौर का अधिकारियों से कहना था कि मुख्यमंत्री की मंशानुरूप कार्य नहीं कराया जा रहा है।
18 करोड़ की लागत से देवास रोड से कोठी प्रशासनिक संकुल तक 25 मी सडक़ निर्माण, कोठी रोड से विक्रम नगर तक 18 मीटर सडक़ निर्माण जिसमें केंद्रीय डिवाइडर एवं लाइटिंग बनाई जाएगी, पंचमुखी हनुमान मंदिर से होटल सॉलिटेयर तक राशि रुपए 10 करोड़ की लागत से फोरलेन सीसी रोड निर्माण कार्य जिसमें डिवाइडर एवं सेंट्रल लाइटिंग रहेगी, 38 करोड़ की लागत से दो तालाब से यूनिटी मॉल के सामने और मंछामन से इंद्रालय तक रोड निर्माण का कार्य किया जा रहा है।
जिसका निरीक्षण कमिश्नर और कलेक्टर भी कर चुके हैं। सोमवार को इन सडक़ों का निरीक्षण महापौर मुकेश टटवाल ने लोक निर्माण विभाग एवं उद्यान प्रभारी शिवेन्द्र तिवारी, प्रभारी कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव, अधीक्षण यंत्री संतोष गुप्ता के साथ किया।
देवास रोड से कोठी रोड तक बनने वाली सडक़ के निरीक्षण में महापौर को कई खामियां मिलीं। सडक़ को डीपीआर के मुताबिक नहीं बनाया जा रहा था। सडक़ की गुणवत्ता भी खराब मिली। साथ ही नाले को लेआऊट के हिसाब से नहीं बनाया जा रहा था। जिस पर उन्होंने दोनों ही अधिकारियों से पीएमसी कंसल्टिंग एजेंसी के लवकेश तिवारी और ब्लीफ कंपनी को नोटिस जारी करने को कहा है।
इस दौरान प्रभारी कार्यपालन यंत्री और अधीक्षण यंत्री ने अपनी गलती भी स्वीकार की। वहीं इस मामले में एक बड़ा लोचा भी देखने में आया। इस सडक़ के तीन से चार पेमेंट भी कर दिये गये, साथ ही साइट बुक पर भी अधिकारियों ने कोई निर्देश जारी नहीं किये।
10 करोड़ की सडक़ के ये हाल
पंचमुखी हनुमान मंदिर से होटल सॉलिटेयर तक राशि रुपए 10 करोड़ की लागत से फोरलेन सीसी रोड निर्माण कार्य में भी कई अनियमितताएं देखने को मिलीं। सडक़ का सरफेस उखड़ा हुआ था। काम की गति भी धीमी पाई गई। महापौर ने अधिकारियों से समय पर काम पूरा करने को कहा। साथ ही सतयुग कंपनी को भी नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
जिंदल और ब्लीफ कंपनी को जारी करें नोटिस
38 करोड़ की लागत से दो तालाब से यूनिटी मॉल के सामने और मंछामन से इंद्रालय तक रोड निर्माण कार्य का भी महापौर ने निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने जिंदल और ब्लीफ कंपनी की कार्यप्रणाली खराब दिखी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शहर का विकास और सौंदर्यीकरण का कार्य मुख्यमंत्री के मंशानुरूप नहीं किया जा रहा है। डीपीआर के मुताबिक कार्य करें। दोनों कंपनियों को भी उन्होंने नोटिस जारी करने को कहा है।