लक्ष्य से अधिक नवसाक्षरों को शामिल करने पर जिले को प्रशस्ति पत्र मिला
उज्जैन, अग्निपथ। उल्हास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में मध्यप्रदेश में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के असाक्षरों को 2027 तक प्रदेश को सम्पूर्ण साक्षर करने का लक्ष्य रखा गया है। भारत के सभी राज्यो में विगत चार परीक्षाओं में सर्वाधिक नवसाक्षरों को शामिल करने के कारण म्रध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर रहा है।
म.प्र. के 52 जिलो में से उज्जैन की साक्षरता टीम द्वारा 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सर्वाधिक नव साक्षरों को उज्जैन जिले को प्राप्त लक्ष्य 76558 के स्थान पर 80100 शामिल करने पर जिला प्रशासन एवं टीम को प्रशस्ति पत्र राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक द्वारा प्रदान किया है। यह उपलब्धि जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ के मार्गदर्शन में उनकी टीम को उत्कृष्ट कार्य करने पर सरहाना करते हुए राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक ने प्रशस्ति पत्र जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी अशोक त्रिपाठी को प्रदान किया है।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने उक्त उपलब्धि के लिए जिला साक्षरता मिशन कि टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। कलेक्टर ने टीम को आगे भी इसी तरह कार्य करने हेतु निर्देशित किया है।
जिला प्रौड़ शिक्षा अधिकारी ने प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना में उज्जैन जिले में 5 लाख 50 हजार 571 असाक्षर हैं। आज तक 1 लाख 61 हजार 856 साक्षर हो चुके हैं। श्री त्रिपाठी ने अपील की है कि असाक्षर स्वयं भी अपने समीप के प्राथमिक या माध्यमिक शालाओं में जाकर साक्षर होने हेतू अपना पंजीयन कर सकते है। कोई भी पढ़े लिखे व्यक्ति अपने आस -पास के असाक्षरों को साक्षरता कक्षाओं में शामिल कर सकते हैं।