गीता जयंती महोत्सव में भी शामिल होंगे, नीलगंगा क्षेत्र में बनेगा गीता भवन
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में गीता जयंती पर 8 से 11 दिसंबर तक चार दिवसीय आयोजन होंगे। 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गीता भवन का भूमि पूजन करेंगे साथ ही श्री कृष्ण पाथेय के लिए सर्वे का काम भी शुरू होगा। समारोह में सांस्कृतिक आयोजन के साथ ही विद्वानों के व्याख्यान भी होंगे।
संस्कृति विभाग के विक्रमादित्य शोध पीठ के निदेशक राम तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस वर्ष गीता जयंती प्रदेश में भव्य स्तर पर मनाने के निर्देश दिए हैं। जिसके तहत 8 से 11 दिसंबर तक उज्जैन में आयोजन होगें। वही कालिदास संस्कृत अकादमी में गीता और गाय पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। यहां पर कृष्ण परंपरा के विशेषज्ञ, जानकारों से आग्रह किया है कि वे उज्जैन पहुंचे। श्री कृष्ण पाथेय के सर्वे वाला अभियान भी 11 दिसंबर से शुरू होगा। चार दिवसीय कार्यक्रम में गीता भागवत पर विद्वान विचार व्यक्त करेंगे। प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
गीता भवन का भूमि पूजन करेंगे मुख्यमंत्री
तिवारी ने बताया कि गीता जयंती को लेकर पिछले दिनों मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिए है कि प्रदेश में गीता भवन बनाए जाएंगे। इसके साथ ही 11 दिसंबर को उज्जैन और भोपाल में गीता भवन के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा भूमि पूजन किया जाएगा। उज्जैन में गीता भवन नीलगंगा क्षेत्र के कब्रिस्तान के सामने बनाने की योजना है।
सीएम पुरस्कार वितरित करेंगे
स्कूली विद्यार्थियों के लिए भगवत गीता आधारित मूल्य शिक्षा प्रतियोगिता, स्कूल शिक्षा विभाग और संस्कृति विभाग के विक्रमादित्य शोध पीठ द्वारा इस्कॉन के सहयोग से प्रतियोगिता आयोजित की जा रही हैं। इसका उद्देश्य छात्रों में स्थायी नैतिक मूल्यों का संचार करना, चरित्र निर्माण को प्रेरित करना और आज के युवाओं में व्याप्त व्यसन के खतरों को लेकर जागरूक करना हैं। प्रदेश के सभी जिलों के विद्यालयों में जिला स्तरीय प्रतियोगिता के अंतर्गत कक्षा-9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए 26 से 29 नवंबर तक ऑनलाइन क्विज-प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।, राज्य स्तरीय विजेताओं को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।