बाल हनुमान मंदिर के सेवक ने बिना रसीद कटाए कराया महामृत्युंजय जाप

पुरोहितों ने घेरा तो कटवाई 3100 की रसीद, 8 ब्राह्मण रहे शामिल

उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में मंदिर प्रशासन राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। शनिवार सुबह पुरोहितों ने बाबा बाल हनुमान मंदिर के सेवक को महामृत्युंजय जाप कराते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।

मौके पर अधिकारी पहुंचे तो सेवक ने 3100 रुपए की रसीद कटवा कर मामले की इतिश्री करवा दी। जबकि उसके विरुद्ध कार्रवाई होना चाहिए थी। इसका वीडियो वायरल होने के बाद ही मामला प्रकाश में आया है।

शनिवार की सुबह 10 बजे के लगभग बाबा बाल हनुमान मंदिर में सेवक का कार्य करने वाले गौरव शर्मा नाम के व्यक्ति ने महामृत्युंजय जाप कराने के नाम पर बिहार से श्रद्धालुओं से 31 हजार रुपए झटक लिए। बाल हनुमान मंदिर में ही महामृत्युंजय जाप का कार्य 8 ब्राह्मणों द्वारा कराया जा रहा था।

सूचना मिलने पर मंदिर के पुरोहित गण बाल हनुमान मंदिर पहुंचे और गौरव शर्मा नाम के सेवक को आड़े हाथों लेकर अधिकारी को मौके पर ही बुला लिया। पुरोहित गणों का कहना था कि महामृत्युंजय जाप की रसीद जो कि 15000 रुपए की कटती है, उसे बिना कटाए महामृत्युंजय जाप कैसे संपन्न किया जा रहा है।

सूचना पर कार्यालय अधीक्षक पहुंचे

पुरोहितगणों से सूचना पाकर महाकालेश्वर मंदिर के कार्यालय अधीक्षक प्रेम उदैनिया मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले को शांत कराते हुए गौरव शर्मा की 3100 रुपए की रसीद कटवा दी। ज्ञातव्य रहे कि मंदिर परिसर में ऐसी जगहों पर कालसर्प और महामृत्युंजय जाप किए जा रहे हैं। जहां की अनुमति मंदिर प्रशासन ने नहीं दी है। इसी मामले में देखें तो बाबा बाल हनुमान मंदिर में महामृत्युंजय जाप कराया जा रहा था। जोकि मंदिर प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देश की खुली अवहेलना थी।

जाप-अनुष्ठान के लिए अलग से होनी चाहिए व्यवस्था

महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालु कालसर्प, महामृत्युंजय जाप सहित कई अनुष्ठान संपन्न कराने के लिए आते हैं। लेकिन यज्ञशाला छोटी होने के कारण यहां पर पर्याप्त संख्या में ब्राह्मण नहीं बैठ पाते हैं। जिसके चलते मंदिर प्रांगण में इधर-उधर बैठकर जाप-संकल्प पूरे किए जाते हैं।

स्मार्ट सिटी योजना के तहत मंदिर का विस्तारीकरण कार्य चल रहा है। मंदिर प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर भी यज्ञशाला का विस्तारीकरण करना चाहिए। ताकि इस तरह के जप अनुष्ठान करने के लिए पर्याप्त जगह ब्राह्मणों को मिल सके।

तव्य रहे कि पुजारी प्रदीप गुरु द्वारा मंदिर प्रशासन से यज्ञशाला का विस्तारीकरण करने का अनुरोध किया गया है। यज्ञशाला के पास काफी जमीन इसके विस्तारीकरण के लिए उपलब्ध है। जिसका उपयोग इस प्रकार के प्रयोजनों के लिए किया जा सकता है।

इनका कहना है

पंडितों द्वारा महामृत्यंजय जाप किया जा रहा था। जिसकी 3100 रुपए की रसीद कटवाई गई है। -प्रेम उदैनिया, कार्यालय अधीक्षक

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