उज्जैन अखाड़ा परिषद ने किया खाकचौक मेला क्षेत्र का दौरा, तीन अन्य रोडों का भी प्रस्ताव बनाकर रखेंगे कलेक्टर के सामने
उज्जैन, अग्निपथ। वल्लभ नगर से मंगलनाथ रोड तक के प्रस्तावित 80 फीट चौड़े रोड का निर्माण होना है। जो भूमि रास्ते के लिये चिन्हित की गयी है वह आपत्तिजनक है। गुरुवार को उज्जैन अखाड़ा परिषद अध्यक्ष डॉ. रामेश्वरदासजी महाराज, महंत दिग्विजयदासजी, महंत काशीदासजी, महंत लालदासजी, महंत ग्वाल बाबा और किसा राजाराम पटेल ने खाकचौक मेला क्षेत्र का भ्रमण किया।
अध्यक्ष डॉ. रामेश्वरदासजी महाराज ने बताया कि इस 80 फीट रोड को निजी भूमि पर से न निकालते हुए समीपस्थ 100 मीटर की दूरी पर शासकीय भूमि कांकड़ पर लगी है। इसके साथ ही इसके पास लगी भूमि के 7 कृषकगण अपनी भूमि स्वेच्छा से देने को तत्पर हंै। ऐसे में इस रोड को शासकीय भूमि पर ही बनाया जाय ताकि किसानों को मुआवजा नहीं देना पड़े जिससे शासन का राजस्व भी बचेगा।
आसाराम आश्रम से रामजनार्दन तक सडक़ बने
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि सिंहस्थ 2028 में श्रद्धालुओं के आवागम को देखते हुए आसाराम आश्रम से लेकर रामजनार्दन मंदिर तक रोड बनाकर इससे जोड़ा जाये, साथ ही चोर गणपति मंदिर से लेकर माधव कॉलेज के सामने से रोड़ को निकाल कर गढक़ालिका जाने वाली से रोड से जोड़ा जाना चाहिये, जिससे कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को किसी तरह की आवागमन में परेशान न हो।
सांदीपनि आश्रम के दूसरे गेट का भी उपयोग हो
कलेक्टर के सामने अखाड़ा परिषद द्वारा इस मांग को भी रखा जायेगा, जिसमें बताया जायेगा कि सांदीपनि आश्रम में भी भारी भीड़ का आगमन होता है। मुख्य गेट संकरा होने के कारण श्रद्धालुओं को आने जाने में परेशानी होती है। ऐसे में दक्षिण दिशा की ओर एक और गेट मौजूद है, जोकि हमेशा बंद रहता है। इस गेट को चालू करवा दिया जाय तो भारी भीड़ का दबाव कम किया जा सकता है।
साथ ही गेट के सामने टैम्पो, ईरिक्शा और सडक़ के पास लगी हुई दुकानों के जमावड़े के कारण यहां से निकलने वाले वाहनों से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। इस टैम्पो स्टैंड को आसाराम आश्रम के पास स्थानांतरित किया जाने से इस समस्या से निजात मिलेगी।