मुख्य वक्ता मालासिंह ठाकुर ने कहा- संयुक्त राष्ट्र महासंघ और भारत सरकार बांग्लादेश की सरकार पर दबाव बनाये
उज्जैन, अग्निपथ। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और इस्कॉन प्रमुख की गिरफ्तारी के विरोध में उज्जैन शहर में भी बड़ा प्रदर्शन हुआ। बांग्लादेश के विरोध में आक्रोश रैली निकाली गई। महाकाल मंदिर के पुजारियों ने भगवान महाकाल को जल अर्पित कर बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की। वहीं मुख्य वक्ता ने संयुक्त राष्ट्र संघ और भारत सरकार से बांग्लादेश के दंगाइयों पर दबाव बनाने को कहा।
उज्जैन में सर्व हिंदू समाज दोपहर 3 बजे सामाजिक न्याय परिसर में एकत्रित हुआ। हजारों की संख्या में शामिल यहां से रैली चामुंडा माता मंदिर चौराहा, फ्रीगंज होती हुई शहीद पार्क पर पहुंची। यहां सभा हुई, इसके बाद कलेक्टर नीरज सिंह को ज्ञापन दिया गया। इस रैली में करीब 20 से 25 हजार हिंदू शामिल रहे। इनमें राजनैतिक पार्टी के अलावा सभी पेशों से जुड़े हिंदू शामिल हुए। इस आयोजन में मातृशक्तियां भी बड़ी संख्या में शामिल हुई। पूरी रैली में भगवा ध्वज लहरा रहे थे।
दंगाइयों पर तुरंत कार्रवाई के लिये दबाव बनायें
मुख्य वक्ता माला सिंह ठाकुर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में जिस प्रकार से लगातार बहनो पर, संपूर्ण हिंदू समाज पर हो रहे अत्याचार की घटनाएं सामने आ रही हैं, हमारी आस्था के केंद्र, हमारे धर्म स्थलों पर हो रहे आक्रमण भी ध्यान में आ रहे हैं, उससे संपूर्ण हिंदू समाज के अंदर लगातार आक्रोश है और आज उसी आक्रोश का सामूहिक प्रदर्शन हम यहाँ देख पा रहे हैं। केवल उज्जैन ही नहीं, केवल भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व का सकल हिंदू समाज बांग्लादेश में जो घटनाएं लगातार हो रही है जिसके विरोध में वहा का हिंदू बंधु जो है वो अपनी पूरी क्षमता और सामर्थ्य के साथ खड़ा है और लड़ाई लड़ रहा है।
सन 1965 में भारत की सेना ने बांग्लादेश को आजाद कराया। पाकिस्तान विभाजन के दौरान 20 लाख हिंदू मारे गये। अब वहां पर 33, 22 और अब 7.8 प्रतिशत हिंदू बचे हैं। 4.9 प्रतिशत हिंदुओं को जेहादी मानसिकता के लोगों ने या तो मार दिया या उनका धर्मांतरण करवा दिया। ढाका में स्थित 52 शक्तिपीठों में से एक में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जाकर चादर चढ़ाई तो उसको चोरी कर लिया जाता है।
आज हम सब भी अपनी पूरी क्षमता और सामर्थ्य के साथ उनके सहयोग हेतु यहाँ पर एकत्रित हुए है। बांग्लादेशी हिंदुओं के साथ भारत का संपूर्ण हिंदू समाज चट्टान की तरह खड़ा है।
उन्होंने कहा हम संयुक्त राष्ट्र महासंघ और भारत सरकार से आग्रह करना चाहते हैं कि दंगाइयों पर तुरंत कार्रवाई के लिये बांग्लादेश की सरकार पर दबाव बनाया जाये। इस प्रकार की घटनायें पुन: न हो उसकी चिंता अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर की जाना चाहिए। इस अवसर पर अन्य वक्ताओं ने भी सभा को संबोधित किया।
सर्व हिंदू समाज ने कलेक्टर नीरजसिंह को भारत की महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौप कर कहा कि हम, भारत के नागरिक और सकल हिंदू समाज के प्रतिनिधि, बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदायों पर हो रहे अत्याचारों के प्रति अपनी गहरी चिंता और विरोध व्यक्त करते हैं।
बांग्लादेशियों की जांच हो
इसके पहले सुबह महाकाल मंदिर के आशीष पुजारी विजय शंकर, घनश्याम पुजारी, महेश पुजारी, राजेश पुजारी, राम पुजारी, दिनेश पुजारी और समस्त मंदिर के पुजारी पुरोहित परिवार ने बुधवार को निकलने वाले रैली और प्रदर्शन का समर्थन करते हुए महाकाल मंदिर में बांग्लादेश में हिंदुओं की रक्षा के लिए पूजन किया। पुजारी आशीष शर्मा ने कहा कि आज जो बांग्लादेश में सनातन के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उसकी हम घोर निंदा करते हैं।
इस्कॉन मंदिर के प्रमुख की गिरफ्तारी और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सर्व समाज के प्रदर्शन का समर्थन करते हुए भगवान से सभी हिंदुओं की रक्षा करने की प्रार्थना करते हैं। उज्जैन में रहने वाले बांग्लादेशियों की जांच होनी चाहिए। साथ ही उन्हें मिलने वाली सुविधाओं को भी बंद कर देना चाहिए।
सकल हिंदू समाज द्वारा की गई प्रमुख मांगें
- भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश सरकार पर दबाव डाला जाए ताकि वहां अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और धार्मिक स्वतंत्रता को कायम रखा जा सके।
- संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के माध्यम से बांग्लादेश सरकार को इन अत्याचारों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित किया जाए।
- अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों की निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच कराई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए ताकि इस प्रकार के अपराधों की पुनरावृत्ति न हो