निजी अस्पताल संचालक से शिकायत रफा-दफा करने के लिए मांगी थी राशि
धार, अग्निपथ। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) डॉ. सुधीर मोदी को लोकायुक्त ने 25 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। स्वास्थ्य अधिकारी ने एक निजी अस्पताल के संचालक पर शिकायत मिलने का दबाव बनाकर मामला रफा-दफा करने के बदले रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त पुलिस इंदौर के जांच दल ने शुक्रवार देर शाम स्वास्थ्य अधिकारी को उनके निजी आवास पर रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा।
लोकायुक्त डीएसपी अनिरुद्ध वाधिया ने बताया कि श्री श्याम हॉस्पिटल के प्रबंध संचालक आशीष चौहान (43) निवासी शिव विहार कॉलोनी ने शिकायत की थी कि उनके अस्पताल से संबंधित शिकायत की जांच के एवज में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोदी ने रिश्वत मांगी थी। शुक्रवार को 25 हजार रुपए लेकर बुलाया था। जैसे ही चौहान रुपए लेकर डॉ. मोदी के पास पहुंचे, लोकायुक्त टीम भी पहुंच गई और रंगेहाथ पकड़ लिया। पूछताछ व आगे की कार्रवाई के लिए सर्किट हाउस लेकर पहुंची।
जनसुनवाई में की थी शिकायत
लोकायुक्त टीम के अनुसार एक मरीज ने गत दिनों जनसुनवाई में सही इलाज नहीं मिलने की शिकायत की थी। यह शिकायत श्याम हॉस्पिटल को लेकर थी। जिसकी जांच का जिम्मा सीएमएचओ ने डॉ. मोदी को दिया था। इसी जांच को दबाने के लिए डॉ. मोदी ने रिश्वत की डिमांड की थी।
नियम विरुद्ध चल रहे हॉस्पिटल
शहर सहित जिलेभर में कई अवैध अस्पताल संचालित हो रहे हैं। कई अस्पताल संचालक तो एक अस्पताल के लाइसेंस पर दो-दो अस्पताल चला रहे हैं। मगर आज भी मुख्यालय के साथ जिले भर में नियम के विरोध निजी अस्पताल का संचालन कर गरीब मरीजों को लूट रहे है।
इन पर कार्रवाई करने के नाम पर चांदी काटी जा रही है। विभाग के अधिकारी आंख पर पट्टी बांधे बैठे हैं। कार्रवाई के नाम पर बस खाना पूर्ति करते नजर आते हैं। अगर नियम से कार्रवाई की जाए तो शहर के आधा दर्जन हॉस्पिटल बंद हो जाएं।