निगम अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर सीईओ को जूते मारने की दी चेतावनी, पुलिस प्रशासन से हुई जमकर हुज्जत, धरने पर बैठे तो ज्ञापन लेने पहुंचे अपर आयुक्त
उज्जैन, अग्निपथ। शहर के अभिभाषकों ने मंगलवार को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट कार्यालय का घेराव किया। उग्र प्रदर्शन की वजह तीन दिन पहले सिवरेज लाइन डालने में टाटा प्रोजेक्ट व नगर निगम की कथित लापरवाही से युवा वकील की मौत होना रहा है। आंदोलन के दौरान जि मेदारों के नहीं आने से आक्रोशित बार एसोसिएशन अध्यक्ष ने टाटा प्रोजेक्ट के सीईओ को कार्यालय में घूसकर जूते मारने तक की चेतावनी दे दी।
सर्वविदित है टाटा कंपनी सिवरेज लाइन के लिए खुदाई कर रही,लेकिन ेबेतरतीब तरीके से हो रही मरम्मत पर कंपनी व नगर निगम के जिम्मेदार लापरवाह बने हुए है। यही वजह है 27 फरवरी की रात इंदौर गेट पर चेंबर के उठे ढक्कन के कारण क्षीरसागर निवासी वकील अक्षत शर्मा हादसे का शिकार हो गया था।
घटना से आक्रोशित अभिभाषकों नारेबाजी करते हुए मंगलवार दोपहर स्मार्ट सिटी कार्यालय का घेराव कर दिया। सूचना के बावजूद ज्ञापन लेने नगर निगम अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर वकील बंद गेट पर झूमने लगे। मौके पर मौजूद सीएसपी हेमलता अग्रवाल, टीआई दिनेश प्रजापति, रविंद्र यादव, पृथ्वीसिंह खलाटे ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो वकीलों की टीआई प्रजापति से गरमागरम बहस हो गई।
इससे नाराज बार एसोसिएशन अध्यक्ष अशोक यादव ने चेतावनी दी कि पांच मिनट में निगम अधिकारी नहीं आएंगे तो वकील स्मार्ट सिटी कार्यालय में घूसकर टाटा प्रोजेक्ट के सीईओ को जूते मारेंगे। हंगामे के बाद वकील सडक़ पर धरने पर बैठ गए। कुछ ही देर में नगर निगम अपर आयुक्त मनोज पाठक के पहुंचने पर वकील उन्हें ज्ञापन सौंपने के बाद रवाना हुए। इस दौरान अभिभाषकों में प्रकाश चौबे,भगतसिंह चावड़ा, विकास कपूर, गणेश पटेल, नीलेश नाथ योगी सहित सैकड़ों वकील मौजूद थे।
अधिकारियों के कारण हंगामा
बार एसोसिएशन ने सोमवार को प्रशासन को ज्ञापन की सूचना देकर निगमायुक्त क्षितिज सिंघल और टाटा प्रोजेक्ट के सीईओ से सिवरेज लाइन के संबंध में चर्चा का कहा था। अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। यही नहीं ज्ञापन के लिए एसडीएम संजीव साहू को भेज दिया, जिससे नाराज वकीलों ने ज्ञापन देने से इंकार कर निगम अधिकारी को बुलाने की मांग की। बावजूद अनसुना करने पर उग्र होकर प्रदर्शन कर दिया।
न्याय मांग रहे हल्के में न ले
आंदोलन के दौरान चर्चा करते हुए बार अध्यक्ष यादव ने कहां कि कलेक्टर व निगमायुक्त से चर्चा का कहां तो मखोल उड़ाया। न्याय मांग रहे है, भीख नहीं..प्रशासन उन्हें हल्के में न ले। पांच मिनट में अधिकारी नहीं आएंगे तो कार्रवाई की चिंता किए बिना कार्यालय में घूसकर टाटा प्रोजेक्ट के सीईओ को जूते मारेंगे।