प्रायवेट में प्लास्टिक सर्जन मांग रहा था चमड़ी लगाने के 1 लाख रुपये
उज्जैन, अग्निपथ। चरक अस्पताल के सिविल सर्जन को भी सर्जरी करने का अच्छा अनुभव हैं। हाल ही में मंगलवार को उन्होंने एक जले हुए युवक का ऑँपरेशन कर हो रहे घाव पर नई चमड़ी लगाने का कार्य किया है। इनकी पूरी टीम द्वारा इस कार्य को चरक अस्पताल के आईसीयू में ही अंजाम दिया गया है।
जानकरी के अनुसार करीब 4 माह पहले उज्जैन के मोहन नगर निवासी राज पिता कमल उम्र 21 वर्ष बिजली के खंबे के तारों की जद में आकर जल गया था। उसके पीठ, हाथ, छाती, कमर और पैर बुरी तरह से जल गये थे। बाहर के प्रायवेट हास्पीटल में इलाज पर काफी पैसा खर्च करने के बाद भी जब उसके घाव ठीक नहीं हुए तो उसके परिजनों ने प्लास्टिक सर्जन से घाव भरने के लिये संपर्क साधा।
प्लास्टिक सर्जन द्वारा घाव पर नई चमड़ी लगाने के लिये 1 लाख रुपये का खर्च बताया गया। परिजनों के पास इतना पैसा नहीं होने पर उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. अजय दिवाकर से संपर्क साधा।
पिछले शनिवार को भर्ती करने के बाद इनके द्वारा मंगलवार को उसके दोनों पैर, बायां हाथ और छाती के घाव को भरने के लिये ऑपरेशन किया गया। उसके जांघ की चमड़ी को इन तीनों जगहों पर लगाकर घाव को भर दिया गया। डॉ. दिवाकर ने अपनी पूरी टीम द्वारा इस कार्य को अंजाम दिया गया।
नानाखेड़ा थाने के पीछे खड़े वाहन में लगी आग, दो साल पहले जब्त किया था
उज्जैन, अग्निपथ। नानाखेड़ा थाने के पीछे खड़े ईको वाहन में सोमवार रात अचानक आग लग गई। दो साल पहले यह वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जब्त किया गया था, इसका मालिक इसे लेने नहीं आया और तभी से यह लावारिस हालत में पड़ा हुआ था।
पुलिस ने बताया नानाखेड़ा थाने के पीछे शराब की दुकान वाली साइड में पुलिस द्वारा जब्त चार पहिया वाहन खड़े हैं। इनमें से एक इको वाहिन में अज्ञात बदमाशों ने आग लगा दी। आग लगने से यह वाहन पूरी तरह जलकर खाक हो गया। देर रात सूचना मिलने के बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुुंची और आग बुझाई।
पुलिस ने बताया कि उक्त वाहन को दो साल पहले दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद जब्ती में लिया था। उस घटना के बाद से अब तक इसे कोई लेने के लिए नहीं आया। पुलिस ने बताया कि देर रात अज्ञात बदमाशों ने इसमें आग लगाई है। पुलिस जाँच कर रही है।