महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ के हटने की संभावना

देर रात तक होता रहा आदेश का इंतजार, तीन विवादों की आंच दामन पर गिरी

उज्जैन, अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक को हटाने की संभावना बलवति हो गई है। विगत तीन दिन से उनको हटाने की अफवाह के बीच उनको गुरुवार को उनको प्रशासक पद से 100 प्रतिशत संभावना व्यक्त होने लगी थी। लेकिन अफवाहों के बीच गुरुवार की शाम 7 बजे तक उनका आर्डर नहीं आया था। हालांकि उनकी कार्यकुशलता को देखते हुए दुबारा उनको मंदिर प्रशासक का पदभार सौंपा गया था। लेकिन कुछ विवादों और हाल ही में हुए गबन कांड के बाद संभावना बढ़ गई है।

महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ को गुरुवार को हटाने की पूर्ण संभावना व्यक्त कर दी गई। सोशल मीडिया सहित कुछ न्यूज पेपरों तो उनकी रवानगी तय कर दी थी। लेकिन रात तक इसका आर्डर उनको नहीं मिल पाया था। हालांकि मंदिर समिति के नए प्रशासक कौन होंगे इसका फैसला अभी नहीं हो पाया है।

जानकारी के मुताबिक फिलहाल जिपं सीईओ जयतिसिंह या एडीएम अनुकूल जैन को मंदिर प्रशासक बनाया जा सकता है। विगत तीन दिन से महाकालेश्वर मंदिर सहित पूरे शहर में इस बात की चर्चा चल रही थी कि धाकड़ पर कार्रवाई की जा सकती है। पिछले साल और इस वर्ष की मंदिर राजस्व में आई कमी भी उनके जाने का प्रमुख कारण रही।

प्रशासनिक अमले से उलझना पड़ा भारी

गणेश कुमार धाकड़ की पहले की ही तरह इस बार भी प्रशासनिक अमले से पटरी नहीं बैठी। हालांकि उन्होंने अपने इस कार्यकाल में भी अच्छे कार्य किये थे। लेकिन महाकाल मंदिर परिसर में इंदौर के एक दानदाता के दानराशि से तीन कमरों का पार्टीशन कराया गया था। बाद में इन कमरों को तोड़ दिया गया था।

मामले में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने प्रशासक धाकड़ को नोटिस जारी किया था। दूसरा मामला पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष का राजस्व 3 करोड़ रुपये कम हुआ था। इस मामले में जब कलेक्टर ने जांच बैठाई तो मंदिर में रुपए लेकर दर्शन कराने के मामले में दर्शन प्रभारी राकेश श्रीवास्तव और सफाई निरीक्षक विनोद चौकसे को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया। जांच में दोनों के बैंक खातों में लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन भी सामने आया था, जिसकी आंच भी धाकड़ को झेलना पड़ रही है।

धाकड़ के दो कार्यकाल

  • पहले 1 साल 7 दिन प्रशासक रहे थे धाकड़
  • 14 सितंबर 2021 में नगर निगम से सेवाएं लेकर प्रशासक पद पर नियुक्ति की गई थी
  • 21 सितंबर 22 को विभाग ने धाकड़ की सेवाएं वित्त विभाग को वापस कर दी थीं

अब 4 माह 10 दिन का

  • 14 अगस्त 2024 को विभाग ने दोबारा प्रशासक नियुक्त किया गया था

खुद ही कलेक्टर से कहा प्रशासक पद से मुक्त कर दीजिए : धाकड़

इस मामले में मंदिर समिति प्रशासक गणेश धाकड़ का कहना है कि उन्होंने स्वयं कलेक्टर से अपना तबादला करने के सिफारिश की थी। लिहाजा अब केवल राज्य शासन से उनका तबादला आदेश आना बाकी रह गया है।

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