शिकायतकर्ता ने उज्जैन पहुंचकर एसपी को की शिकायत
नागदा, अग्निपथ। म.प्र. शासन की महती योजना जनसुनवाई में की गई शिकायत को वापस लेने के लिये एसडीएम द्वारा शिकायतकर्ताओं पर दबाव बनाया जा रहा है। एसडीएम ब्रजेश सक्सेना ने शिकायतकर्ताओं को अपने कार्यालय पर बुलाकर उनसे चर्चा कर शिकायत वापस लेने का कहा गया। लेकिन जब शिकायतकर्ताओं ने मना किया तो उन्हें धोंस दी गई और उन पर सत्तापक्ष के मंत्री व सांसद का नाम बताकर दबाव बनाया गया। इस पुरे मामले की शिकायत शिकायतकर्ताओं ने शुक्रवार को उज्जैन एसपी कार्यालय पहुंचकर एसडीएम के खिलाफ शिकायत की गई।
मामला यह था कि गत मंगलवार 24 दिसंबर को शहर के तीन युवा रवि रघुवंशी, अभिषेक चोरसिया व गौरव सिंगोटिया ने शहर में 31 दिसम्बर से होने क्रिकेट टूर्नामेन्ट को लेकर शिकायत की थी। 14 बिन्दुओं में की गई शिकायत में बताया गया कि टूर्नामेन्ट का आयोजन संजीवनी फाउण्डेशन द्वारा किया जा रहा है इस पुरी प्रतियोगिता पर लगभग 1 करोड रूपये खर्च किये जा रहे है।
इस प्रतियोगिता में म.प्र. व राजस्थान के 800 से अधिक खिलाडी खेलेंगे। इन सभी खिलाडियो की खरीदी की गई है। इस आयोजन के लिये एसडीएम कार्यालय एवं पुलिस थाने से कोई अनुमति नहीं ली गई है और ना ही खिलाडियो का पुलिस वेरिफिकेशन हुआ है। एनजीओ द्वारा इतने बडे आयोजन के लिये कोई टेक्स भी नहीं चुकाया जा रहा है।
जबकि नियम के तहत एनजीओ निशुल्क कार्य करता है। लेकिन वह इस प्रतियोगिता के माध्यम से व्यापार कर रहे है। एक टीम 2 लाख रूपये मे बेची गई है एवं प्रतियोगिता में 16 टीमे खेल रही है। प्रतियोगिता बीसीआई स्कूल परिसर में हो रही है। इस जमीन का मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इस प्रतियोगिता में कहां – कहां से कितना रूपया आया है और यह मनी लॉण्ड्रिंग का मामला हो सकता है। समेत कई बिन्दुओं पर जांच की मांग पर पुरी कर प्रतियोगिता कराने की मांग की गई थी।
इस शिकायत के बाद गुरूवार दोपहर को एसडीएम के बाबु महेन्द्र अरोडा ने शिकायतकर्ताओं को फोन कर कहा कि एसडीएम साहब ने शाम 4 बजे कार्यालय पर बुलाया है। जब शाम को हम लोग एसडीएम के समक्ष पहुंचे तो उन्होंने पहले हमसे शिकायत के बिन्दुओं पर चर्चा की बाद में हमे कहा कि आप लोग शिकायत वापस ले ले और यह प्रतियोगिता होने दे।
हमने कहा कि आप प्रतियोगिता की अनुमति दे दे तो उनका कहना था कि मैं अनुमति नहीं दे सकता। प्रतियोगिता कराने के लिये माननीय जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट व सांसद अनिल फिरोजिया के फोन आ रहे हैइस कारण मैं शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं कर पाउंगा। लॉ एण्ड ऑर्डर मेरे हाथ में है। आप लोगो को झूठे प्रकरण में फंसवा सकता हूँ। इस प्रकार एसडीएम द्वारा शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया गया।