आरोपी ड्राइवर नंबर प्लेट निकालकर फरार
उज्जैन, अग्निपथ। भैरवगढ़ थाना क्षेत्र स्थित उन्हेल रोड़ पर दो कारों की आपस में भिडंत हो गई। हादसे में कार सवार दंपत्ति बुरी तरह घायल हो गए।अस्पताल पहुंचने पर पति को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इधर आरोपी ड्राइवर ने घटना स्थल पर ही कार को छोड़ नंबर प्लेट निकाल ली और फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।
पुलिस ने बताया खाचरौद के समीप ग्राम मलवासा में रहने वाला बाबूलाल पिता रतनलाल सूर्यवंशी एमपीईबी में लाइनमैन था। मंगलवार रात वह अपनी पत्नी भावना को साथ लेकर कार से उज्जैन के बापू नगर में रहने वाली अपनी बहन से मिलने आ रहा था।
कार सवार दंपत्ति जब उन्हेल रोड़ पर चौधरी ढाबे के पास पहुंचे इसी दौरान सामने से तेज गति से आई कार ने उनकी कार को टक्कर मार दी। दुर्घटना मौके पर ही बाबूलाल की मौत हो गई थी। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस मौैके पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि बाबूलाल अचेत हो चुका था और उसकी पत्नी भी गंभीर घायल थी।
पुलिस ने दोनों को सरकारी वाहन से अस्पताल पहुंचाया। यहां डॉक्टर ने बाबूलाल को मृत घोषित कर दिया। जबकि पत्नी को उपचार के लिए भर्ती किया गया। उसकी गंभीर हालत को देखकते हुए उसे इंदौर रैफर कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि टक्कर मारने वाली कार का चालक हादसा होने के बाद कार की नंबर प्लेट निकालकर फरार हो गया। कार मौके पर ही पड़ी मिली है। पुलिस कार चालक की तलाश कर रही है।
युवक ने ट्रैन के सामने कूद कर जान दी
उज्जैन, अग्निपथ। नीलगंगा थाना क्षेत्र स्थित चिंतामन रेलवे ब्रिज के नीचे एक युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। वह मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था। जैसे ही ट्रेन सामने से आई तो उसने चलती ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। लोको पायलेट ने जीआरपी को इसकी सूचना दी। नीलगंगा थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया।
घट्टिया में रहने वाला अनिल पिता लक्ष्मण प्रजापत प्राइवेट फायनेंस का काम करता था। काम के सिलसिले में वह उज्जैन आया था। देर रात वह अपनी मोटर साइकिल से चिंतामन ब्रिज पहुंचा। ब्रिज पर वाहन खड़ा कर वह नीचे रेलवे ट्रैक पर चला गया। अनिल मोबाइल पर किसी से बातचीत कर रहा था उसी दौरान सामने से ट्रेन आई।
उसने चलती ट्रेन के सामने छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। लोको पाइलेट ने इसकी सूचना जीआरपी को दी जिसके बाद नीलगंगा थाने ने जांच शुरू करते हुए शव को पीएम रूम में रखवाया।
अनिल के मोबाइल पर किसी का कॉल आया जिससे उसकी शिनाख्त हुई। उसके भाई मुकेश ने बताया कि अनिल के दो बच्चे थे। दो साल पहले बेटे की सांप के काटने से मृत्यु हो गई थी। आत्महत्या के कारणों की जानकारी नहीं मिली है।