चैम्बर का पानी ओवरफ्लो होकर परिसर में फैला, लिफ्ट और दीवारों को चमकाया
उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार सुबह कायाकल्प की टीम चरक अस्पताल भवन का निरीक्षण के लिये पहुंची। टीम के आने से पहले तक अस्पताल प्रशासन द्वारा सफाई का कार्य पूरा कर लिया गया था। चरक अस्पताल में सफाई को देखते हुए टीम ने प्रसन्नता व्यक्त की।
शासन द्वारा कायाकल्प अभियान के तहत प्रतिवर्ष प्रदेश के सरकारी अस्पतालों का अपने मानक अनुसार निरीक्षण कराया जाता है।्र
रैकिंग में पहले, दूसरे, तीसरे स्थान पर आने वाले अस्पतालों को 10 लाख रुपए तक का रिवार्ड भी दिया जाता है। सोमवार सुबह कायाकल्प की टीम के डॉ. धीरज यादव नरसिंहपुर, डॉ. रिचा मिश्रा नरसिंहपुर और डॉ. अमरीन शेख देवास की टीम उज्जैन पहुंची।
उक्त अफसरों द्वारा चरक अस्पताल का निरीक्षण किए जाने की सूचना अस्पताल प्रशासन को पहले से थी। इसको लेकर तैयारियां रविवार से ही शुरू हो चुकी थी। टीम ने ओपीडी, स्टोर सहित पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में सफाई को देखते हुए उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। शाम को वह यहां से रवाना हुए। अब अपनी रिपोर्ट को उनके द्वारा स्वास्थ्य विभाग भोपाल को प्रेषित की जायेगी।
अतिरिक्त स्टाफ लगाकर कराई सफाई
चरक अस्पताल के अफसरों ने शासन द्वारा निरीक्षण के लिए भेजी गई टीम के सामने अच्छा प्रदर्शन करने के मकसद से अतिरिक्त स्टाफ लगाकर सफाई कराई गई। प्रथम तल पर लगी लिफ्ट के अंदर लोगों द्वारा गुटखा पाउच खाकर की गई गंदगी की सफाई हो पूर्व से ही कर ली गई थी।
हालांकि इमरजेंसी के पीछे इंट्री गेट के पास बना चैम्बर हर बार की तरह ओवरफ्लो हो गया। गंदगी और सीवरेज का पानी परिसर में फैल गया था। हालांकि चैम्बर से रोजाना ही गंदगी बहती है।
शासन के मापदंडों की जांच होगी
अस्पताल की वरिष्ठ डॉ. निधि जैन ने बताया कि शासन द्वारा प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों को मरीजों के लिए दी जा रही सुविधाओं के अलावा सफाई, स्टाफ के कामकाज को भी मापदंड में शामिल किया गया है। शासन द्वारा चेकलिस्ट उपलब्ध कराई गई है उसी आधार पर अस्पताल का निरीक्षण किया गया है, जिसके मार्क्स भी दिए जाएंगे।