पीएचई के रिकार्ड में शहर में केवल 1500 कमर्शियल मकान और दुकानें
उज्जैन, अग्निपथ। कलेक्टर ने बुधवार को कलेक्टर कार्यालय के सभागृह में नगर निगम के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में पीएचई के कार्यपालन यंत्री की कलेक्टर ने खूब लू उतारी। दरअसल, शहर में नगरनिगम और एमपीईबी के रिकार्ड के मान से पीएचई के कमर्शियल कनेक्शन हजारों की जगह कुछ सौ पाये गये। ऐसे में कलेक्टर ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए पीएचई के कार्यपालन यंत्री एनके भास्कर से सर्वे करने और संबंधित बचे हुए उपभोक्ताओं को बिल भेजने को कहा। साथ ही यह भी कहा कि अगर यह वसूली पूरी नहीं हो पाती है तो आपसे इनकी वसूली की जायेगी।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बैठक में स्पेशल असिस्टेंस अंतर्गत प्रगतिरत कार्य, जंतर मंतर सालिटेयर पाले से वाकणकर ब्रिज होते हुए रिंग रोड तक सीमेंट कांक्रीट, डी मार्ट से जीवन खेड़ी मार्ग, सांवेर रोड डी मार्ट से एमआर 21 मार्ग, कोठी रोड संकुल भवन से देवास रोड तक सडक़ चौडीकरण, केडी गेट से ईमली तिराहा चौड़ीकरण, सांवेर रोड मुनि नगर तालाब से सार्थक नगर इन्दौर रोड तक सिमेंटेड रोड, सिंधी कॉलोनी चौराहे से हरिपाटक ओव्हर ब्रीज तक सेंट्रल लाईटिंग का कार्य आदि कार्यों की समीक्षा कर सभी कार्यों को निर्धारित मापदण्डों के अनुरुप गुणवत्तापूर्ण व समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
बैठक में कलेक्टर सिंह ने अधिकारियों को अतिक्रमण हटाने, विस्थापितों के पुनर्वास, धार्मिक स्थलों पर आम राय बनाकर स्थानांतरित करने, सभी जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आम सहमति बनाकर करने के निर्देश दिए।
नगरनिगम में 15 हजार, पीएचई में केवल 1500 दर्ज
बैठक में कलेक्टर सिंह ने नगर निगम द्वारा कर की मांग और अभी तक की गई कर वसूली की समीक्षा भी की। बैठक में बताया गया कि अभी तक नगर निगम उज्जैन द्वारा कुल कर राशि 95 करोड़ 23 लाख रुपये के विरुद्ध 32 करोड़ 19 लाख रुपये की कर वसूली की गई है। कलेक्टर श्री सिंह द्वारा नगर निगम द्वारा जलकर वसूली पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
बताया जाता है कि नगरनिगम के रिकार्ड में शहर में कमर्शियल मकान और दुकान 15 हजार और एमपीईबी के रिकार्ड में 30 हजार दर्ज हैं। लेकिन पीएचई के रिकार्ड में मात्र 1500 कमर्शियल मकान और दुकान के कनेक्शन दर्ज हैं। ऐसे में जलकर वसूली में लापरवाही बरतने पर पीएचई के कार्यपालन यंत्री एनके भास्कर की लू उतारते हुए उनको सख्त हिदायत दी एवं व्यवसायिक जल कनेक्शन एवं घरेलू जल कनेक्शन के स्पष्ट चिन्हांकन के निर्देश भी दिये।
इसी के साथ घरेलू जल कनेक्शन का व्यावसायिक उपयोग करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर बकाया जलकर वसूली व्यावसायिक दर पर करने के निर्देश दिए। इस कार्य को आगामी 15 दिवस में हर हाल में पूर्ण करने को कहा गया। अन्यथा कार्यपालन यंत्री भास्कर से इसकी वसूली करने की बात कही गई। बैठक में निगमायुक्त आशीष पाठक, स्मार्ट सिटी सीईओ संदीप शिवा आदि सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।