उज्जैन, अग्निपथ। संस्कृति मंत्रालय व कृषि एवं किसान विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रपति भवन, हैदराबाद में आयोजित उद्यान उत्सव में 8 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नृत्य गुरु डॉ. पल्लवी किशन की सुयोग्य शिष्या जयवी व्यास द्वारा कथक नृत्य की एकल प्रस्तुति दी गई।
जयवी द्वारा प्रस्तुति के आरंभ में भगवान शिव की वंदना प्रस्तुत की गई। इसके बाद तीन ताल में निबद्ध थाट, आमद, परन, तोड़े तथा बनारस घराने में विशेष रूप से नाची जाने वाली कटार की गत प्रस्तुत की, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इसके बाद ततकार के विशिष्ट प्रकारों के माध्यम से घुंघरू की झंकार से पूरा माहौल गूंज उठा।
शुद्ध कत्थक के बाद द्रुत लय तीन ताल में तराना प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में भाव पक्ष के अंतर्गत वात्सल्य रस की सुंदर प्रस्तुति की गई, जिसमें नन्हे से रामचंद्र जब ठुमक ठुमक कर चलते हैं तो किस प्रकार मां उल्लासित होती हैं।
गीत के बोल ठुमक चलत रामचंद्र बाजे पैंजनिया…पेश किया गया। जिसे दर्शकों ने बहुत सराहा। इस प्रस्तुति में वस्त्र विन्यास वीणा व्यास, तकनीकी प्रबंधन शांतनु भागचंदानी, मंच कुमार किशन, सिद्धार्थ किशन का था।