वरिष्ठजनों की समझाईश के बाद दोनों में समझौता
नागदा, अग्निपथ। एक निजी बस में यात्रा करने के दौरान पटवारी और कोर्ट के बाबू के बीच विवाद हो गया, विवाद ने देखते ही देखते मारपीट का रुप ले लिया। पटवारियों ने पुलिस थाने में पहुंचकर बाबू के खिलाफ शिकायत कराने का प्रयास किया, लेकिन इसी दौरान वरिष्ठजनों की मध्यस्तता से मामला सुलझ गया।
नागदा अनुभाग के पटवारी दुष्यंतसिंह तोमर और उनकी पत्नी प्रतिभासिंह तोमर बुधवार को निजी बस से उज्जैन से नागदा तक का सफर तय कर रहे थे कि गांव हताई पालकी पहुंचने के बाद कोर्ट के बाबु सतीश ललावत और पटवारी दुष्यंतसिंह के बीच पैर रखने की बात को लेकर कहासुनी हो गई। तोमर का आरोप है कि ललावत ने मुझे चांटा मारा, इतना नहीं देख लेने तक की बात कहीं दी। जिसको लेकर पटवारियेां में आक्रोश फैल गया।
तहसील अध्यक्ष महेंद्रसिंह के नेतृत्व में पटवारी सामुहिक रुप से पुलिस थाने पहुंचे और बाबू के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने का प्रयास करने लगे, लगभग एक घंटे तक पटवारी पुलिस थाने में मौजूद रहे। टीआई अमृतलाल गवरी ने पटवारियों की बात सुनी, तो मामला बिरलाग्राम पुलिस थाना क्षेत्र का होने की बात सामने आई।
इसी दौरान पटवारियों एवं बाबु का विवाद सुलझाने के लिए वरिष्ठजनों ने मध्यस्तता की, जिसमें दोनों पक्षों में सुलह हो गई। इस संबंध में पटवारी संघ के तहसील अध्यक्ष यादव ने कहा कि वरिष्ठजनों की समझाईश के बाद मामला सुलझ गया अब दोनों में किसी भी तरह का कोई विवाद नहीं है।