बैंक मैनेजर ने किसानों से की 40 लाख की धोखाधड़ी

दिल्ली से आए एक मैसेज ने खोल दी पोल, दो दर्जन से ज्यादा पीडि़तों ने कराई एफआईआर

शाजापुर, अग्निपथ। जिले के अकोदिया पुलिस थाने में किसानों के साथ केसीसी के नाम पर 40 लाख रुपए से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में भारतीय स्टेट बैंक उचोद मोहम्मद खेड़ा के बैंक मैनेजर और एक कर्मचारी पर गबन एवं धोखाधड़ी के मामले में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। इनके द्वारा किसानों को अपने जाल में फंसाकर धोखाधड़ी की गई। एक किसान की सजगता से पूरे मामले का खुलासा हुआ।

अकोदिया थाने में किसान अजबसिंह पिता प्रेमसिह परमार निवासी ग्राम पलसावद ने बैंक मैनेजर आशीष आर्य एवं बैंक कर्मचारी राहुल बैरागी एसबीआई बैंक शाखा उचोद मोहम्मद खेडा के द्वारा केसीसी लोन में हुई धोखाधड़ी की आवेदन देकर शिकायत की। किसान ने बताया कि उनके पिता प्रेमसिंह परमार का केसीसी खाता एसबीआई बैंक शाखा उचोद मोहम्मद खेडा में है। जिसे बंद कराने के लिए बैंक गया था। ब्रांच मैनेजर आशीष आर्य ने बताया कि पिताजी के केसीसी खाते में 1 लाख 27 हजार रुपए का कर्ज है।

बकाया जमा करने के लिए पूरे रुपए मैनेजर को दिए। मैंनेजर ने कहा की यह रूपए बैंक कर्मचारी राहुल बैरागी को दे दो। जब मैने राहुल बैरागी को पैसे दिए तो उसने जमा रसीद नहीं और कहा कि सर्वर डाऊन है, रसीद और एनओसी बाद में दे दूंगा। उसके बाद मैनेजर द्वारा बताया गया कि खाते में पूरी राशि जमा हो गई है। अकाउंट बंद कर दिया गया है।

बैंक से एनओसी भी दी गई और बी-वन खसरा में किसान की भूमि को बंधकमुक्त कर दिया गया। किसान द्वारा दूसरी बैंक सेंट्रल बैंक इंडिया शाखा अकोदिया में खाता खुलवाकर केसीसी ले ली गई। किसान को धोखाधड़ी का पता तब चला जब प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सम्मान निधि की राशि एसबीआई के अकाउंट में चली गई।

किसान ने एसबीआई बैंक में जाकर मैंनेजर से सम्मान निधि की राशि के संबंध में चर्चा की। बैंक में खाता बंद होने के बाद यह राशि यहां कैसे आई। मैनेजर ने बताया खाता बंद है, यहां राशि नहीं आई। जबकि किसान को मोबाइल पर मैसेज इसी बैंक खाते का आया।

किसान को शंका होने पर एसबीआई की दूसरी शाखा में जाकर उसने अपने बंद अकाउंट का स्टेटमेंट निकलवाया तो पता चला कि खाता भी बंद नहीं हुआ और केसीसी लोन भी जमा नहीं किया गया। किसान ने अकोदिया थाने में शिकायत की। पुलिस जांच में पता चला बैंक मैनेजर और कर्मचारी ने एनओसी देने के कुछ दिनों बाद उस भूमि पर फिर लोन दर्शा दिया। किसान की भूमि पर दो बैंकों का लोन दिखाई दे रहा है।

एक किसान की सजगता से ओर किसान भी आएं सामने

किसान अजब सिंह ने अपने पिता के साथ हुई धोखाधड़ी के मामले में सजगता दिखाते हुए पुलिस को शिकायत की और किसान की शिकायत सही पाई। इस मामले की जानकारी अन्य किसानों को भी लगी तो उन्होंने भी अपनी शिकायत पुलिस को की। इनमें किसान मोतीलाल परमार निवासी ग्राम उगाह, बाबूलाल परमार निवासी मुंगोद, भवानीसिंह परमार निवासी हडलाय कलां, जगन्नाथ परमार निवासी हडलायकलां, अनोखीलाल पिता जगन्नाथ परमार निवासी मुगोद, महेंद्र, सोदराबाई पति मोतीलाल निवासी मुगोद, बाबूलाल पिता मोहनसिंह निवासी मुगोद, बाबूलाल पिता पन्नालाल व मुकेश पिता बाबूलाल प्रजापति निवासी फुलेन आदि हैं।