आरोपियों को हो सकती है अधिकतम पांच साल तक की सजा
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन क्राइम ब्रांच ने शहर में चार जगहों पर फर्जी एडवाइजरी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसमेंं पुलिस ने 130 कर्मचारियों को पकड़ा साथ ही 2 संचालकों को भी गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि तीन मुख्य आरोपी अब तक फरार बताए जा रहे हैं। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद देर रात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और लोगों को गुमराह करने की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया है।
उन छोटे कर्मचारियों से पूछताछ कर छोड़ दिया गया जो इन कंपनियों में नौकरी करते थे। एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया बुधवार शाम शहर में चार जगहों पर दबिश देकर फर्जी एडवाइजरी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसमें नीलगंगा थाना क्षेत्र स्थित कुबेर होटल के ऊपर संचालित रिसर्च मार्ट लिमिटेड, स्टॉक रिसर्च एंड बुलिश इंडिया।
तीन बत्ती चौराहा स्थित विशाल मेगा मार्ट की तीसरी मंजिल पर संचालित चॉइस ब्रोकिंग फर्म, ए.के. बिल्डिंग चौराहा पर संचालित मनी मैग्रेट रिसर्च लिमिटेड और शंकु मार्ग पर संचालित एंजेल वन लिमिटेड पर दबिश देकर बड़ी संख्या में लैपटॉप और मोबाइल सहित निवेशकों की निजी जानकारी और मोबाइल नंबरों की सूची सहित फर्जी दस्तावेज और अन्य सामग्री के साथ ही 130 कर्मचारियों को हिरासत में लिया था।
इसके अलावा कंपनियों का संचालक करने वाले अजय पंवार, शशि मालवीय को गिरफ्तार किया। इसमें तीन आरोपी चंदन भदौरिया, दीपक मालवीय और विनय राठौर फरार बताए जा रहे हैं। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 319 (2), 318 (4),3 (5) बीएनएस 66-डी, 72,72-ए एवं आईटी एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।