नगरपालिका उपचार का खर्च उठाएगी : गेहलोत
नागदा, अग्निपथ। पतंग उड़ाने के दौरान रविवार की दोपहर में एक सात वर्षीय बच्चे को जंगली कुत्तों ने निशाना बनाया, जिसमें बच्चे के सिर के बाल वाला हिस्से कुत्ते नोचकर खा गए। युवक नाहरु के प्रयासों से बच्चे को बचाने में सफलता मिली, घायल को उपचार के लिए एमपी13 अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसे उज्जैन रैफर कर दिया गया। नगरपालिका ने बच्चे के उपचार का खर्च वहन करने की बात कहीं।
चंबल मार्ग निवासी नानू उर्फ रवि पिता गोविंदसिंह उम्र सात वर्ष रविवार की दोपहर में पतंग उड़ा रहा था, इसी दौरान उसको ध्यान नहीं रहा और सुविधा टेंट हाउस के पीछे जंगल में चला गया। रवि को अकेला देखकर आधा दर्जन से अधिक जंगली कुत्तों ने उसको घेर लिया और नोचना शुरु कर दिया। रवि की चीखने की आवाज सुनकर नाहरु व अन्य लोग उसको बचाने के लिए पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चूकी थी। जंगली कुत्तों ने रवि के सिर के ऊपर बाला हिस्सा नोच लिया था और सिर्फ भेजा ही नजर आ रहा था, पीठ और में कुत्तों के नोचने के निशान दिखाई दे रहे थे।
प्रत्यक्षदर्शी नाजीम कुरैशी व अन्य युवक को बाईक से उपचार के लिए एमपी13 अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां डॉ. प्रमोद बाथम एवं डॉ.सुनील ब्राह्मणे ने प्राथमिक उपचार दिया, गंभीर रुप से घायल बच्चे को उज्जैन के आरडी गार्डी अस्पताल रैफर किया। आरडी गार्डी ने चरक भवन शिफ्ट कर दिया, इतना ही नहीं चरक भवन से बच्चे को इंदौर रैफर कर दिया गया।
चिकित्सकों के अनुसार रवि की हालत नाजुक बताई जा रही है। इधर नपा में सांसद प्रतिनिधि ओमप्रकाश गेहलोत ने मामले की जानकारी लगते ही अतिक्रमण दल को कुत्तों को पकडऩे के लिए निर्देशित किया।
गेहलोत ने कहा कि शहर में अब आवारा कुत्तों की नसबंदी करने के साथ ही पकडऩे की मुहिम को तेज किया जाएगा। घायल रवि के उपचार के लिए नगरपालिका और वह स्वयं भी खर्च उठाएंगे। गेहलोत ने कहा कि बुजूर्ग और बच्चे हाथों में डंडा लेकर निकले ताकि कुत्ते शिकार नहीं बना सके।