तैयारी को लेकर मंदिर में सफाई, रंग-रोगन का काम शुरू , टनल से मंदिर तक पहुंचेंगे भक्त
उज्जैन, अग्निपथ। महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि महापर्व 17 से 26 फरवरी तक नौ दिनों तक मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि महापर्व को देखते हुए मंदिर में तैयारियां शुरू हो चुकी है। श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य शिखर की धुलाई व मंदिर रंग-रोगन (पुताई), कोटितीर्थ कुंड की सफाई, गर्भगृह व अन्य परिसर आदि की सफाई की जा रही है। महाशिवरात्रि महापर्व के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में रुद्रयंत्र व रजत दीवारों की सफाई का कार्य भी जल्द शुरू किया जाएगा।
हर प्रवेश द्वार पर लगेगा संकेतक
महाशिवरात्रि पर्व पर ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के दर्शन, पूजन के लिए देश भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकाल मंदिर आएंगे। 17 फरवरी से महाकाल के आंगन में शिवनवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। 10 दिन तक भगवान महाकाल अलग अलग रूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन के लिए दो प्रमुख बदलाव किए हैं। प्रवेश द्वार त्रिवेणी संग्रहालय, नीलकंठ द्वार, अवंतिका द्वार हर जगह पर संकेतक लगाएंगे, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को पता चल सके उन्हें कहां से प्रवेश करना है।
टनल का पूरी क्षमता से करेंगे उपयोग
इस बार ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को सुलभ दर्शन करवाने के लिए टनल का पूरी क्षमता से उपयोग किया जाएगा। इसके पहले टनल को प्रायोगिक रूप से खोला गया था। इसके लिए मंदिर प्रबंध समिति ने इसके लिए व्यवस्था बनाने में जुटी है। सामान्य, वीवीआईपी, बुजुर्ग, दिव्यांग सभी के लिए अलग व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके लिए प्रबंध समिति सदस्यों, पुजारियों, मंदिर से जुड़े मानसेवियों, प्रशासनिक अफसरों से विचार किया जा रहा है।