विभागीय जांच के बाद 5 फरवरी को एसपी ने बर्खास्त किया था
उज्जैन, अग्निपथ। फर्जी अंकसूची लगाकर अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ माधव नगर पुलिस ने धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। विभागीय जांच के बाद एसपी ने पुलिसकर्मी को बर्खास्त कर दिया था। आरोपी ने साल 2010 में 10 वीं की फर्जी अंकसूची लगाकर अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त की थी। इसके बाद 6 साल तक उसने नौकरी की।
इसी दौरान साल 2016 में एक अन्य आरक्षक ने उसकी शिकायत की थी। जिस पर जांच शुरू कर दी गई थी। लंबी जांच प्रक्रिया के बाद शिकायत सही साबित हुई जिस पर आरोपी पुलिसकर्मी को 5 फरवरी को एसपी ने बर्खास्त कर दिया था। बुधवार को माधव नगर थाना पुलिस ने आरक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है।
टीआई राकेश भारती ने बताया बर्खास्त पुलिसकर्मी अजहरउद्दीन फारूकी निवासी बेगमबाग कॉलोनी के खिलाफ बुधवार रात धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। टीआई के अनुसार आरोपी अजहरउद्दीन ने वर्ष 2010 में 10 वीं की फर्जी अंकसूची बनवाकर अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त की थी। वह 6 साल तक नौकरी कर चुका है। वर्ष 2016 में माधव नगर थाने के आरक्षक मयूर सोनी की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
इस दौरान पूछताछ में पता चला कि आरोपी अजहरउद्दीन ने दिल्ली से फर्जी अंकसूची बनवाई थी। लंबी जांच प्रक्रिया के बाद बुधवार रात अरोपी पुलिस आरक्षक के खिलाफ धारा 420, 467,468 और 471 के तहत कायमी कर ली गई। आरोपी अजहरउद्दीन के खिलाफ नौकरी के दौरान थाना स्टॉफ एवं आमजन से अभद्रता करने , ड्यूटी से अनुपस्थित रहने सहित कईं शिकायतें दर्ज है। वह कोतवाली के सीएसपी कार्यालय एवं खाराकुआ थाने में पदस्थ रह चुका है। बाद में उसके आचरण के चलते उसे लाइन भेजा गया था। टीआई ने बताया कि फिलहाल आरोपी फरार है जल्द ही उसकी गिरफ्तारी की जाएगी।