उज्जैन, अग्निपथ। नगर निगम में कोई देखने वाला नहीं है कि क्या चल रहा है। हाल ही में पिछले दिनों महापौर के वार्ड भ्रमण के दौरान कई गलतियां पकड़ में आई हैं, जिनमें एक गलती तो इतनी संजीदा है कि एफआईआर तक दर्ज हो जाये।
मामला इस तरह से है कि महापौर मुकेश टटवाल का इन दिनों वार्ड भ्रमण का कार्यक्रम चल रहा है, जिसमें वे एमआईसी सदस्यों के साथ वार्डों का भ्रमण कर समस्याओं से रूबरू हो रहे हैं। गुरुवार को उनके द्वारा वार्ड- 23, 24 और 25 का भ्रमण किया गया था। वार्ड-24 में बहादुरगंज चौराहे पर वार्ड में सफाई नहीं होने की शिकायत मिली। महापौर द्वारा मैट को बुलाया गया। जानकारी में आया कि वह यहां पर पदस्थ ही नहीं है।
यह वार्ड नंबर 32 में एक डेलीवेजेस कर्मचारी का लडक़ा है। निगम अधिकारी संदेश गुप्ता ने भी मैट से पूछताछ की। बताया जाता है कि मैट की पदस्थी का निगम से आर्डर ही नहीं निकला है। जानकारी में आया कि बाले बाले उसको वार्ड का मैट बना दिया। वहीं दूसरी ओर त्रिमूर्ति टॉकिज की दोनों पट्टियों की सफाई का मुद्दा भी भ्रमण के दौरान उठा। मैट सलमान के द्वारा काम नहीं करवाने की शिकायत हुई।
एमपीईबी के पास नालों पर अवैध दुकानें
महापौर के भ्रमण के दौरान यह बात भी सामने आई कि नईसडक़ स्थित एमपीईबी आफिस के पास के नाले पर कई अवैध दुकानें लग गई हैं। इनको हटाये जाने के निर्देश भी निगम अधिकारियों को दिये गये। लाल मस्जिद चौराहे पर गाय ढोर की शिकायत मिलने मिली थीं। तबेला चलाने वाले ने महापौर के भ्रमण की सूचना के बाद यहां के बाहर की साफसफाई कर दी थी।
एमआईसी सदस्य रहते हैं अनुपस्थित
महापौर के एमआईसी सदस्यों को स्पष्ट निर्देश हैं कि वार्ड भ्रमण के दौरान सभी उनके साथ उपस्थित रहें। लेकिन करीब आधा दर्जन एमआईसी सदस्य वार्ड भ्रमण में कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं। उनको महापौर के इस मुहिम से दूरी बनाने में ही अपनी भलाई नजर आ रही है। जबकि वार्ड भ्रमण के दौरान उनके भी वार्ड की समस्याओं को दूर करने का महापौर द्वारा प्रयास किया जाता है।