उज्जैन, अग्निपथ। महाकालेश्वर मंदिर में शिवनवरात्रि पर्व का सातवां दिन विशेष रहा। सुबह से ही मंदिर में पूजन की श्रृंखला शुरू हुई। सबसे पहले भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन मंदिर के नैवेद्य कक्ष में किया गया। इसके बाद कोटितीर्थ कुंड के पास स्थित कोटेश्वर महादेव का पूजन संपन्न हुआ।
मुख्य पुजारी पंडित घनश्याम शर्मा के नेतृत्व में 11 ब्राह्मणों ने गर्भगृह में एकादश-एकादशनी रुद्रपाठ के साथ भगवान महाकालेश्वर का अभिषेक किया। संध्या पूजन के बाद बाबा महाकाल को नए वस्त्र पहनाए गए। भगवान का मनमहेश स्वरूप में विशेष श्रृंगार किया गया। उन्हें मुकुट पहनाया गया और मुंड माला तथा फलों की माला से सजाया गया। रविवार का दिन होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे।
शिव नवरात्रि उत्सव पर परम्परानुसार सप्तम दिवस प्रात: महाकालेश्वर मंदिर के नेवैद्य कक्ष में भगवान चन्द्रमौलीश्वर का पूजन किया गया तथा कोटितीर्थ कुण्ड के पास स्थापित कोटेश्वर महादेव के पूजन के पश्चात मुख्य पुजारी पं.घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में 11 ब्राह्मणों द्वारा महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एकादश-एकादशनी रूद्रपाठ से किया गया।
संध्या पूजन के पश्चात बाबा महाकालेश्वर को नए वस्त्र धारण करवाये गये, साथ ही भगवान महाकालेश्वर के मनमहेश रूप का श्रृंगार कर बाबा को मुकुट, मुण्ड माला एवं फलों की माला धारण करायी गयी। भगवान महाकालेश्वर जी के इन अलौकिक दर्शन का पुण्य लाभ श्रद्धालुओं को रात्रि होने वाली शयन आरती तक प्राप्त होता है। महाकालेश्वर मंदिर का सम्पूर्ण प्रांगण जय महाकाल के जयकारों से गुंजायमान हो जाता है।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा इस वर्ष नौ दिवसीय नारदीय कीर्तन हेतु पुणे से राष्ट्रीय कीर्तनकार आयुर्वेदाचार्य डॉ.अजय अपामार्जने का कीर्तन प्रतिदिन सायं 05 से 06 बजे तक मन्दिर परिसर मे नवग्रह मन्दिर के पास संगमरमर के चबूतरे पर हो रहा है । हरिकीर्तन के सातवे दिन डॉ. अपामर्जने ने आज के कीर्तन में कब सुमीरोगे राम… संत कबीर महाराज के भजन विवेचन पर किया ।
अपामार्जने जी ने कहा कि, निरार्थक बातों में जीवन व्यर्थ न जाये। इसलिये सभी को महाकाल भक्त बनो, जैसे प्रभू श्रीराम भोलेनाथ के भक्त थे। कथा के दौरान तबला पर संगत श्रीधर व्यास ने की। सोमवार एकादशी को भगवान महाकालेश्वर जी उमा-महेश के रूप में दर्शन देंगे।
हरसिद्धि मंदिर में हुआ हल्दी- मेहंदी का आयोजन
हरसिद्धि मंदिर के विक्रमादित्य हाल में शिव नवरात्रि के उपलक्ष्य में सभी महिला भक्तों के द्वारा भक्ति भाव से हल्दी मेहंदी भजन संगीत का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हरसिद्धि मंदिर के महंत राजू गोस्वामी के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। जिसमें सभी महिलाओं ने मां हरसिद्धि का हल्दी मेहंदी से पूजन कर सभी में सद्भावना प्रसन्नता एवं सम्पन्नता की प्रार्थना की एवं भजन कीर्तन कर आनन्द उत्साह से नृत्य करते हुए धर्म लाभ अर्जित किया। कार्यक्रम का मूल उद्देश्य अधिक से अधिक सनातन परिवार में मात्र शक्ति के माध्यम से भक्ति का संचार हो।