नागदा, अग्निपथ। नागदा में गुरुवार को बिरलाग्राम पुलिस ने ब्रोकिंग फर्मी की आड़ में संचालित फर्जी एडवाइजरी फर्म पर बड़ी कार्रवाई की है। दुर्गापूरा की तंग गली में स्थित एक किराए के मकान में शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर फर्जी एडवाइज दे रहे 8 युवकों को रंगेहाथ पकड़ा है। जबकि इस अवैध धंधे को चलाने वाले दो मुख्य सरगना फरार है।
दोपहर 3 बजे दी गई दबिश के बाद देर रात 11 बजे पुलिस ने पकड़ाएं युवकों पर प्रकरण दर्ज किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से लगभग 500 से 600 ट्रेडर्स की एक्सलशीट, 9 कीपेड, 9 एंड्राइड और रुपए लेन-देन के लिए उपयोग किया जाने वाला क्यूआर जब्त किया है। पुलिस ने सभी गिरफ्तार 9 व फरार आरोपियों पर धारा 318 (4), 319 (2), 61 (2) व 3 (5) में केस दर्ज किया है। आरोपियों को पकडऩे में प्रधान आरक्षक जितेंद्र चौहान, आरक्षक जितेंद्र सेंगर, संदीप यादव, चेतन जायसवाल, निर्मलसिंह तोमर, अर्जुन सोलंकी, भूली धनगर की भूमिका रही।
थाना प्रभारी जितेंद्र पाटीदार ने बताया करीब 8 से 10 दिन पहले दुर्गापूरा गली नंबर 4 में संजय यादव का दो मंजिला मकान भारत पिता रामचंद्र परमार (21) निवासी दुर्गापूरा ने अपनी पत्नी के साथ रहने के नाम पर लिया था। इसी मकान के ग्राउंड फ्लोर पर भारत, बबलू पिता तोलाराम परमार (21) निवासी अमलावदिया, विशाल पिता कैलाश मकवाना (21) निवासी भगतपुरी, राधे पिता राजाराम मकवाना (20) निवासी विद्यानगर, विवेक पिता अशोक ठाकुर (20) निवासी दुर्गापूरा, अनिल पिता मनोहर बैरागी (20) निवासी विद्यानगर, सुदामा पिता सुरेशचंद्र भाट (23) निवासी गर्वनमेंट कॉलोनी व उमेश पिता जगदीश कहार (25) निवासी श्रीराम कॉलोनी के साथ मिलकर ट्रेडर्स को ऐंजल ब्रोकिंग फर्म की आड़ में शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर फर्जी एडवाइज दे रहे थे।
जिन्हें मुखबीर की सूचना पर दबिश देते हुए पकड़ा है। इन युवकों से एडवाइजरी से संबंधित दस्तावेज मांगे तो वह दिखा नहीं पाएं। पूछताछ में युवकों ने बताया कि ब्रोकिंग फर्म का मुख्य सरगना आकाश ठाकुर उर्फ माडू पिता देवीलाल ठाकुर निवासी दुर्गापूरा व इसका भाई योगेश ठाकुर है, जो फिलहाल फरार है।
10 दिन पहले ही जवाहर मार्ग से शिफ्ट किया ऑफिस
दरअसल, फर्जी एडवाइजरी का यह ऑफिस पहले जवाहर मार्ग स्थित वृंदावन भवन की बिल्डिंग में संचालित होता था। चूंकि इस ऑफिस का खुलासा हो गया था, इस डर से करीब 8 से 10 दिन पहले यह ऑफिस खाली कर दिया गया था। इसके बाद यह ऑफिस तीन अलग-अलग पार्ट में दुर्गापूरा व गुलाबबाई कॉलोनी में चल रहा था।
पुलिस ने जिस टीम को पकड़ा है वह तीसरे नंबर की है, सूचना मिलने पर बाकी दो टीमें भाग गई। यह युवा कीपेड फोन और फर्जी सिम की मदद से ट्रेडर्स को मोटे मुनाफा का लालच देकर उससे रुपए ऐंठ रहे थे। पुलिस ने आरोपियों पर केस दर्ज किया है।