17 साल पहले पास हुआ था पारित, शापिंग काम्पलेक्स का रास्ता साफ
उज्जैन,अग्निपथ। दौलतगंज सब्जी मंडी हटाने का विरोध कर रहे व्यापारी अपने प्र्रयास में सफल नहीं हो सके। नगर निगम ने आंदोलन को दरकिनार कर मंगलवार शाम मंडी पूरी तरह से ध्वस्त कर दी। 17 साल पहले मंडी हटाने के प्रयास पर अमल होने के बाद यहां पर काम्पलेक्स बनना तय हो गया है।
दौलतगंज में यातायात के भारी दबाव को देखते हुए वर्ष 2004 में निगम परिषद ने सब्जी मंडी बहादुरगंज में स्थानांतारित करना तय किया था। यहां के व्यापारियों को विस्थापित करने के लिए काम्पलेक्स भी बना दिया गया। बावजूद व्यापारी वहां जाने को राजी नहीं थे।
लेकिन जर्जर हो चुकी मंडी व यातायात की समस्या देखते हुए आठ दिन पहले निगम प्रशासन ने तुरंत मंडी हटाने का निर्णय कर लिया। सडक़ पर दुकान लगाने वालों को हटाते ही व्यापारी विरोध करने लगे थे। बावजूद निगम प्रशासन ने सोमवार को सभी को दुकान हटाने की चेतावनी दे दी।
आदेश के चलते बाहर लगी 14 गुमटियों के संचालकों ने मंगलवार सुबह से सामान समेटना शुरू कर दिया था। दोपहर में अतिक्रमण गैंग प्रभारी गोपाल गोयत, आसिफ पहलवान, योगेश गोठाल, मोनू थनवार जेसीबी व टीम के साथ पहुंचे और पुलिस की मौजूदगी में कार्रवाई शुरू कर शाम तक 42 दुकानों के ओटले ध्वस्त किये।
सडक़ पर लग गए ठेले-कार्रवाई के बाद मंडी के बाहर लगने वाले सब्जी व फल-फ्रूट के ठेले मालीपुरा, दौलतगंज में सडक़ों तक फैल गए। हालांकि ऐसा ही नजारा गोपाल मंदिर व मक्सीरोड सब्जी मंडी का भी है यहां भी सडक़ पर ठेले लगने के यातायात व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त नजर आती है।
परिषद में काम्पलेक्स का प्रस्ताव पास
बताया जाता है कि गत वर्ष नगर निगम परिषद ने भी दौलतगंज मंडी को हटाने के पूर्व के प्रस्ताव को देखते हुए प्रस्ताव पास किया था। तय किया था कि मंडी स्थानांतारित करने के बाद रिक्त जगह बहुमंजिला शापिंग काम्पलेक्स बनाया जाए, जिसमें व्यवस्थित पार्किंग भी रखी जाए। मंडी हटने के बाद काम्पलेक्स की योजना जल्द ही मूर्तरूप ले सकती है।