निगम कमिश्नर ने मामले में बैठाई जांच, सेवा अवधि वृद्धि मामला भी रुका
उज्जैन, अग्निपथ। संविदा कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव के उपर महिला सहकर्मी द्वारा लगाये गये आरोप के बाद निगम कमिश्नर आशीष पाठक ने जांच बैठा दी है। जांच अधिकारी अपर आयुक्त कृतिका भीमावद को बनाया गया है। मामले के आडियो वीडियो वायरल हो रहे हैं। कांग्रेस ने भी इस मामले को भुनाने के लिये पूरी तैयारी कर ली है।
संविदा कार्यपालन यंत्री पीयूष भार्गव के उपर महिला सहकर्मी ने छेड़छाड़ के आरोप लगाये हैं। अब मामला तूल पकड़ चुका है क्योंकि इस मामले में कांग्रेस ने भी आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु कर दिया है। कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता और उज्जैन मीडिया प्रभारी संतोषसिंह गौतम ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि इस मामले की पूरी जांच होना चाहिये।
साथ ही क्या वाट्सअप चैट और आडियो कॉल के माध्यम से महिला पर अनावश्यक दबाव बनाया गया। यह पूरी तरह से निंदनीय है। उन्होंने इस मामले में सब इंजीनियर मुकुल मेश्राम और जोनल अधिकारी मनोज राजानी की भूमिका की जांच की भी मांग की है। कांग्रेस द्वारा मामले का ज्ञापन सौंपने के बाद निगम कमिश्नर आशीषसिंह ने इसे गंभीरता से लेते हुए इस मामले का जांच अधिकारी अपर आयुक्त कृतिका भीमावद को बनाया है।
सेवा अवधि बढ़ाने का मामला होल्ड पर
सोमवार को ग्रांड होटल में एमआईसी की बैठक आहुत की गई। जिसमें 21 प्रकरणों को विचारार्थ रखा गया। साथ ही प्रस्तावित बजट वित्तीय वर्ष 2025-26 मेयर इन काउंसिल, निगम परिषद के समक्ष प्रस्तुत किए जाने हेतु निगम आयुक्त द्वारा अनुमोदित किए गए बजट पर विभाग वार मंथन भी किया गया। पूरे 21 प्रकरणों में से केवल एक प्रकरण को होल्ड पर रखा गया है। जोकि इस मामले से संबंधित ही है। जिसमें संविदा प्रभारी कार्यपालन यंत्री पीयूष भागर्व की अवधि वृद्धि के संबंध में मेयर इन काउंसिल ने स्वीकृति प्रदान नहीं की है।