नपा की बजट बैठक में जमकर हुआ हंगामा बहुमत के आधार पर सभी प्रस्ताव गिरे

सदन के अंदर ही पार्षदों मेें हुई झुमाझटकी, सदन में असामाजिक तत्व भी रहे मौजूद

नागदा, अग्निपथ। शहर विकास को लेकर नगर पालिका परिषद द्वारा शुक्रवार को आयोजित की गई परिषद की बैठक में काफी हंगामा हुआ। बैठक मुख्य रूप से आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट को लेकर आहुत की गई थी, लेकिन सत्तापक्ष के ही पार्षदों के विरोध के चलते बजट पास नहीं हो सका। बजट के अलावा चार अन्य मुद्दे भी शामिल किए गए थे, सभी बिन्दुओं केा बहुमत के आधार पर अस्वीकार कर दिया गया। बजट व अन्य बिन्दुओं पर पक्ष में 13 व विपक्ष में 20 पार्षद थे। परिषद की बैठक में 3 पार्षद अनुपस्थित भी रहे। लगभग 2 घंटे तक चली बैठक में काफी हंगामा भी हुआ। बैठक के बाद सदन में ही कांग्रेस पार्षदों में विवाद भी हो गया। हालांकि नपा सीएमओ पीके सुमन ने नपा अधिनियम के तहत बजट को स्वीकार करना बताया है। सीएमओ का कहना था कि नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा के तहत बजट पास होना बताया है।

जैसा की अनुमान था कि नगर पालिका परिषद की बजट बैठक में काफी हंगामा होगा, चुंकि इन दिनों सत्तापक्ष के ही लगभग एक दर्जन पार्षद परिषद की कार्यप्रणाली को लेकर विरोध में है और गत परिषद की बैठक में भी उन्होंने सभी प्रस्तावों का विरोध किया था। इसलिए इस बार नपाध्यक्ष श्रीमती संतोष ओपी गेहलोत ने भी हंगामे व किसी भी विवाद की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन व स्वयं की टीम भी तैयार कर रखी थी। कई असामाजिक तत्व व नामचीन बदमाश भी परिषद की बैठक के दोरान दर्शकदीर्घा में बैठे हुए देखे गए। बाद में इन सभी का नपाध्यक्ष प्रतिनिधि ने आभार भी माना।

बैठक में शुरूआत से ही सत्ता पक्ष के पार्षदों ने विभिन्न बिन्दुओं पर विरोध शुरू कर दिया। उनका कहना था कि परिषद की बैठक प्रत्येक तीन माह में आयोजित की जाना चाहिए लेकिन आठ माह बाद यह बैठक आहुत की गई। विरेाध कर रहे पार्षदों का यह भी कहना था कि बैठक में जो प्रस्ताव पास होते हैं उन पर अमल नहीं होता है। नगर पालिका हमेशा करोडों का बजट लाती है लेकिन वार्डो में लाखों के कार्य भी नहीं हो रहे हैं। विभिन्न वार्डो में नाली, सडक के निर्माण कार्य अधुरे पडे हुए हैं। कुछ वार्डो में साफ-सफाई भी निरंतर नही हो रही है। पार्षदों ने भ्रष्ट्राचार के भी आरोप अधिकारियों के समक्ष लगाऐ। उनका कहना था नगर पालिका परिषद द्वारा हजारों की चिज लाखों में खरीदी जा रही है। भाजपा के अलावा कांग्रेस के पार्षदों ने भी भ्रष्ट्राचार व कार्य नहीं होने की बात कही। बैठक के समय जब पार्षद अपनी समस्यार रख रहे थे तो उस समय नपाध्यक्ष चुप बैठी थी, इस पर भी पार्षदों ने नाराजगी जताई।

यह पार्षद थे विपक्ष में

36 सदस्यों वाली नागदा नगर पालिका परिषद में वर्तमान में भाजपा का बोर्ड है। भाजपा के 22, कांग्रेस के 13 एवं एक निर्दलीय पार्षद हैं। लेकिन वर्तमान में कांग्रेस के दो पार्षद भाजपा के खेमें में है, जिससे भाजपा की संख्या 25 व कांग्रेस की 11 हैं, लेकिन बजट की बैठक में 20 पार्षदों ने प्रस्तावों का विरोध जताया जिसमें 7 कांग्रेस के व 14 भाजपा के थे। जबकि कांग्रेस के 2 पार्षदों ने भाजपा बहुमत का साथ दिया।

यह पार्षद थे पक्ष एवं विपक्ष में

प्रस्ताव का विरोध करने वालों में भाजपा की उषा सिसौदिया, गोलू यादव, महेन्द्र सिंह चौहान, शिवा पोरवाल, अंतिम मावर, साहिल शर्मा, उषा यादव, स्नेहलता सेंगर, शशीकांत मावर, सतीश कैथवास, मंजू गगरानी, सीमाकुंवर, कांग्रेस के रेखा राजकुमार राठौड, आसिफ हुसैन, संदीप चौधरी, सपना चौहान, विशाल गुर्जर, अब्दुल शरीफ, रमाशंकर मालवीय तथा एक निर्दलीय सौहेल आजम शामिल थे। जबकि पक्ष में कांग्रेस की मेघा धवन, गोरी साहनी, भाजपा के प्रकाश जैन, नपाध्यक्ष संतोष गेहलोत, उपाध्यक्ष सुभाष शर्मा, गौरव यादव, बबीता रघुवंशी, संध्या जोशी, भावना रावल, देवकुंवर पटेल, शैलेन्द्र यादव, रामकुंवर, अनिता मीणा पक्ष में थे।

बैठक में यह थे प्रस्ताव शामिल

बैठक में बजट के अलावा चार अन्य प्रस्ताव मिर्ची बाजार स्थित पानी की टंकी तोडने, रिक्त नपा की दुकानों की पुन: निलामी किए जाने, नवीन नल कनेक्शन दिए जाने तथा विभिन्न वार्डो में डामरीकरण के प्रस्ताव लाऐ गए थे। यह सभी प्रस्ताव बहुमत के आधार पर खारिज कर दिए गए। बैठक की अध्यक्षता नपाध्यक्ष श्रीमती संतोष गेहलोत ने की।

नपाध्यक्ष ने की पूरी तैयारी

बैठक को लेकर पूर्व में अनुमान था कि बैठक में काफी हंगामा हो सकता है, इसको लेकर नपाध्यक्ष संतोष गेहलोत ने पुरी तैयारी की थी। चुंकि नपाध्यक्ष तेजतर्रार नहीं होने से बैठक में उनके पति ओपी गेहलोत सांसद प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित थे। इस बार विधायक प्रतिनिधि भी बैठक में मौजुद थे, विधायक डॉ. तेजगहादुरसिंह चौहान ने अपने प्रतिनिधि के रूप में मण्डल अध्यक्ष विजय पटेल मौजुद थे। इसके अलावा नपा की अतिक्रमण टीम, पुलिस बल व अध्यक्ष के वार्ड के कई युवा भी बैठक के समय देखे गए।

कांग्रेस पार्षद आपस में भीड़े

बैठक में कांग्रेस के दो पार्षद के टुट जाने से कांग्रेस के कुछ पार्षद नाराज हो गए। बैठक के बाद सदन के अंदर ही कांग्रेस पार्षद संदीप चौधरी, मेघा धवन व आसिफ हुसैन के बीच विवाद हो गया। चुंकि मेघा धवन ने प्रस्ताव पर अपने पार्षदों का साथ नहीं दिया। मेघा का कहना था कि मुझे संदीप व आसिफ ने गाली बकी है। इस बात का लेकर तीनों के बीच गर्मागर्मी भी हुई। अन्य पार्षदों ने बीच बचाव किया, बाद में मेघा धवन ने संदीप चौधरी के कपडों पर झुल गई।

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