विदेशी राजनयिक भी रहेंगे मौजूद, शहर में आयोजित होंगे कई कार्यक्रम
उज्जैन, अग्निपथ। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 25 मार्च को अपने जन्मदिन के दिन उज्जैन में रहेंगे। वे कालिदास संस्कृत अकादमी में आयोजित विक्रमोत्सव के पौराणिक फिल्म महोत्सव के समापन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
सम्राट विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने इस बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में कई विदेशी राजनयिक शिरकत करेंगे। इनमें वेनेजुएला के एच.ई. कैपाया रोड्रिग्ज गोंजालेज, राजदूत अल्फेडो जीसस काल्डेरा गुज़मैन और क्यूबा की काउन्सलर मैलेना रोजास मदीना शामिल हैं। समारोह में मुंबई की सीमा कपूर की आत्मकथा यूं गुजरी है, अब तलक का लोकार्पण भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर शहर के विभिन्न स्थानों पर उनके स्वागत और सम्मान के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
आज सूरीनाम दूतावास से होंगे मुख्य अतिथि
विक्रमोत्सेव 2025 अंतर्गत पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव (आईएफएफएएस) में 24 मार्च 2024 को सूरीनाम दूतावास की राजनयिक सुनैना परीक्षा रागिनीदेवी मोहन मुख्य अतिथि होंगी। महोत्सव के दौरान दर्शकों ने पौराणिक फिल्मों एवं फिल्म फेस्टिवल को लेकर अपने-अपने अनुभव साझा किये। सुखदेव चंद्र कहते हैं- यह एक अविस्मरणीय अनुभव है। आज के दौर में जब पौराणिक कथाओं को लोग भूलते जा रहे हैं, ऐसे आयोजन हमारे इतिहास और संस्कृति को जीवंत बनाए रखते हैं।
फिल्म महोत्सव को लेकर हेमंत जोशी का कहना है कि यह फिल्म समारोह अपनी विरासत व संस्कृति के साथ इतिहास को जानने का अवसर दे रहा है, विशेष रूप से युवा पीढ़ी को। निश्चित ही इस तरह के फिल्म समारोह आयोजित होते रहना चाहिए। फिल्म फेस्टिवल में पहुँची श्रीमती ज्योति नागरिया ने बताया कि बच्चों के लिए यह बहुत शिक्षाप्रद रहा।
खासकर भगवान कृष्ण और राम से जुड़ी कहानियों वाली फिल्मों ने हमें मंत्रमुग्ध कर दिया। नीरज प्रजापति कहते हैं कि निश्चित रूप से यह एक अच्छा अनुभव रहा मैं इसे पूर्व हमारे पौराणिक फि़ल्में और ऐतिहासिक फिल्मों को बहुत ज्यादा नहीं देखा था मगर इस फि़ल्म समारोह में मुझे अपने देश की विरासत और संस्कृति को जानने का मौका मिल रहा है।
इन फिल्मों का प्रदर्शन
महोत्सव के चौथे दिन 9 फिल्मों का प्रदर्शन होगा जिसमें भारतीय भाषाओं में श्रीकृष्ण लीला, ‘मीरा’, गोपाल कृष्णा (मराठी), यशोधा कृष्णा (तेलगू), श्रीकृष्ण प्रेम (बंगाली), श्रीकृष्ण भक्ति (तमिल) व श्रीकृष्ण गुरूव्यारप्पा (मलयालम) आदि शामिल है। जबकि विदेशी भाषाओं में द इनर ग्लो (2020) एवं सूरीनाम की डॉक्यूमेंट्री फिल्म दिखायी जायेगी।