उज्जैन, अग्निपथ। महाकालेश्वर मंदिर में भस्मआरती दर्शन के नाम पर ठगी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। अब बंगलुरू के दो श्रद्धालुओं के साथ दो बाहरी लोगों ने भस्मआरती दर्शन की परमिशन के नाम पर 1 हजार और 6 हजार रुपए की ठगी कर दी। पुलिस ने दोनों दर्शनार्थियों की शिकायत पर दो अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए हैं। जिसमें पुलिस ने एक प्रकरण मंदिर प्रबंध समिति के पत्र के आधार पर किया है।
एसआई चंद्रभान सिंह ने बताया रविवार को बंगलुरू के रहने वाले गोपाल पिता प्यारेसिंह चौहान महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन आए थे। दर्शन के बाद उन्हें भस्मआरती की जानकारी मिली तो उन्हेांने भस्मआरती में शामिल होने का प्रयास किया।
भस्मआरती के लिए कुछ लोगों से पूछताछ की तो एक एजेंट सामने आया जिसने भस्मआरती कराने की जिम्मेदारी ली। भस्मआरती कराने के नाम पर गोपाल चौहान से एजेंट बनकर मयूर वैष्णव नामक व्यक्ति ने 6 हजार रुपए फोन पे के माध्यम से लिए। इसके बाद दर्शन भी नहीं हुए।
श्रद्धालु ने इसकी शिकायत मंदिर प्रबंध समिति को की। जिस पर प्रबंध समिति ने प्रकरण दर्ज करने के लिए पुलिस थाने पर पत्र लिखा।
इसी तरह बंगलुरू के ही रहने वाले टीएनबी प्रसाद ने शिकायत दर्ज कराई कि भस्मआरती के नाम पर उन्होंने गौरव नामक व्यक्ति को 1 हजार रुपए ऑनलाइन दिए।
महाकाल मंदिर समिति ने पुलिस को बताया कि भस्मआरती ऑनलाइन परमिशन की भेंट राशि 200 रुपए मात्र है। इसके एवज में किसी बाहरी व्यक्ति ने किसी दर्शनार्थी से ज्यादा रुपए लिए है तो यह गंभीर प्रकृति का अपराध है। पुलिस जांच करें। पुलिस ने दोनों ही मामलों में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।