उज्जैन में लैंड पुलिंग के खिलाफ मीटिंग में पहुंचे 100 से ज्यादा किसान
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन के किसान सिंहस्थ मेले के लिए लैंड पुलिंग के जरिए स्थायी रूप से जमीन लेने की योजना का विरोध कर रहे हैं। इस मामले को लेकर किसानों और कांग्रेस पदाधिकारियों के बीच गुरुवार को बैठक हुई। 100 से ज्यादा किसान कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। इस दौरान सीएसपी तहसीलदार सहित टीआई और अन्य पुलिस बल भी तैनात रहा।
लैंड पुलिंग के विरोध में उतरे किसानों का समर्थन करने के लिए क्षीर सागर स्थित कांग्रेस कार्यालय पर किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र चौहान, विधायक महेश परमार, दिनेश जैन बोस, कांग्रेस शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी, नेता प्रतिपक्ष रवि राय, माया राजेश त्रिवेदी, कमल पटेल और कांग्रेस के अन्य पदाधिकारियों सहित किसानों की ओर से ललित मीणा ने रणनीति के लिए बैठक की।
बैठक में किसानों ने कहा कि हम किसी भी सूरत में सरकार को एक इंच जमीन नहीं लेने देंगे। ये जमीन हमारे पूर्वजों की है, जिसकी देखभाल वर्षों से कर रहे हैं। सरकार अपनी मर्जी से हमसे छीन नहीं सकती है।
इधर, कांग्रेस के विधायक महेश परमार ने कहा कि सरकार लैंड पुलिंग के माध्यम से किसानों की जमीन छीनना चाहती है। हम सभी किसानों के साथ हैं। किसानों की जमीन सरकार जबरदस्ती हथियाना चाहती है, लैंड पुलिंग के माध्यम से छीनना चाहती है।
सभी किसानों के साथ बैठकर रणनीति बना रहे हैं। आने वाले समय में इन किसान भाइयों को न्याय दिलाने हम सब लोग एक होकर लड़ाई लड़ेंगे। भूख हड़ताल हो या रेल रोको या जेल भरो या फिर इसके आगे भी हम किसान भाइयों के साथ मिलकर संयुक्त आत्मदाह भी करेंगे।
किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र चौहान ने कहा कि किसानों के साथ आगे की रणनीति बनाई जा रही है। किसान डरा हुआ है। उनकी 50 प्रतिशत जमीन छीन रहे हैं। हम लोग ऐसा नहीं होने देंगे। पूरी प्रदेश कांग्रेस किसानों के साथ हैं। जल्द ही रणनीति तैयार कर आगे आंदोलन होगा।
किसानों को ये हैं आपत्ति
यूडीए (उज्जैन डेवलपमेंट अथॉरिटी) को ही सिंहस्थ की तैयारियों के लिए क्यों लाया गया?, सिंहस्थ क्षेत्र में किसानों को घर, पशुओं के बाड़े, फसल रखने के वेयरहाउस तक नहीं बनाने दिए। तो अब स्थायी निर्माण क्यों? छोटे किसान अपनी 50 प्रतिशत भूमि सरकार को दे देंगे तो उनके पास क्या बचेगा?
इतनी बड़ी मात्रा में स्थायी निर्माण करने पर सिंहस्थ के दौरान साधु-संत कहां जाएंगे? उज्जैन को आध्यात्मिक नगरी से कांक्रीट की नगरी क्यों बनाया जा रहा है? लैंड पुलिंग स्कीम में किसानों को आधी जमीन से वंचित क्यों किया जा रहा? किसानों को वास्तविक योजना के बारे में क्यों नहीं बताया जा रहा?
हर नाके पर तैनात रही पुलिस
कांग्रेस और किसानों की बैठक को देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन गुरुवार सुबह से ही अलर्ट मोड में रहा। किसानों को रोकने के लिये शहर के हर प्रवेश नाके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। पिछले दिनों सामाजिक न्याय परिसर में ट्रेक्टर सहित आए किसानों की संख्या को देखते हुए इस बार पुलिस ने सुबह से ही एतिहाती कदम उठा लिये थे।
कांग्रेस किसानों को बरगलाकर सिंहस्थ के भव्य आयोजन में लगा रही अड़ंगा
भाजपा के नगर अध्यक्ष ने दी प्रतिक्रिया, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष ने भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया
उज्जैन, अग्निपथ। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष संजय अग्रवाल एवं किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष दिनेश विश्वकर्मा ने कांग्रेस के किसान आंदोलन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा से सनातन का विरोध करती आई है। जिला अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने कहा कि उज्जैन में आयोजित होने वाले विश्व विख्यात सिंहस्थ में आने वाले साधु-संतों एवं श्रद्धालुओं के लिए बनाई जाने वाली सुविधाजनक स्प्रिचुअल सिटी के विरोध कर एक बार फिर सनातन का विरोध कर रही है।
कांग्रेस का मूल चरित्र विकास विरोधी, किसान विरोधी और सनातन विरोधी है। कांग्रेस किसानों को बरगलाकर सिंहस्थ के भव्य आयोजन में अडंग़ा लगा रही है। कांग्रेस षड्यंत्र है किसानों को भ्रमित कर इस धार्मिक एवं आध्यात्मिक महाआयोजन में अड़चन डाली जाए। किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष दिनेश विश्वकर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा से किसानों की पक्षधर रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की केंद्र और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार किसानों के हित में कई योजनाएं संचालित कर रहे हैं। किसानों की आय बढ़ाने के लिए खाद और सिंचाई के लिए बिजली पर हजारों करोड़ की सब्सिडी दी जा रही है। किसान सदैव भाजपा सरकार की प्राथमिकता, कांग्रेस ने किसानों को सदैव छला है। कांग्रेस किसानों को भ्रमित कर राजनैतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रही है।
कांग्रेस ने हमेशा से किसानों के साथ धोखा किया
भाजपा जिला अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस देश की आजादी के बाद से अब तक किसानों को सिर्फ धोखा ही दिया है। किसानों को बरगलाकर कांग्रेस एक बार फिर अपना राजनीतिक हित साधने में जुटी है। कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को किसानों के हितों की कोई चिंता नहीं है। भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा से किसानों का भला किया है और किसान सम्मान निधि से लेकर खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने हमेशा किसानों का साथ दिया है।