सुबह के समय गाँव में घूमकर किसानों को जागरुक किया
उज्जैन, अग्निपथ। उज्जैन में स्थायी कुम्भ नगरी बसाने को लेकर सरकार लैंड पुलिंग करने वाली है। इसके लिए किसानों की 50 प्रतिशत जमीन लेने का फैसला किया गया है। इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को किसानों और कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई थी। बैठक में आगे की रणनीति तैयार की गई थी। जिसके तहत शुक्रवार को कांग्रेस विधायक महेश परमार व अन्य कांग्रेसी नेता और किसानों ने ढोलक, झांझ-मंजीरे लेकर प्रभात फेरी निकाली। जिसमें किसान ढोल तो कांग्रेस विधायक झांझ बजाते नजर आए।
उज्जैन में सिंहस्थ कुम्भ की 2378 हेक्टेयर जमीन लैंड पुलिंग के माध्यम से किसानों से लेने की योजना को लेकर कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ प्रदर्शन कर रही है। योजना का विरोध कर रहे किसानों को एकत्रित करने और सरकार तक अपनी मांग को गांधीवादी तरीके से रखने के लिए विधायक महेश परमार, कांग्रेस शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी, ललित मीणा सहित करीब 50 किसान कमेड गांव में सुबह ढोलक, झांझ-मंजीरे लेकर सडक़ों पर निकले।
इस दौरान विधायक और किसानों ने सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए रघुपति राघव राजाराम भजन गाते हुए अपनी बात रखी। महेश परमार ने कहा कि ये लड़ाई हक की लड़ाई है। सीएम से मांग है किसानों को न्याय दो। हम इसमें कोई राजनीति नहीं चाहते। गांधीवादी तरीके से प्रभात फेरी निकाल कर शांति से अपनी बात रख रहे हैं।
सिंहस्थ किसान संघर्ष समिति के बैनर के साथ प्रभात फेरी
किसानों ने अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए किसान संघर्ष समिति के नाम से सफेद झंडा बनवाया है। उसी के बैनर तले किसान अपनी बात रखेंगे। सुबह निकली प्रभात फेरी में किसान झंडे भी लेकर निकले और उन्होंने इस योजना के विरोध में अन्य किसानों से भी शामिल होने की अपील की है।