उज्जैन, अग्निपथ। मकोडिय़ा आम की शराब की दुकान को आगे की ओर निर्माणाधीन पुल के पास शिफ्ट कर दिया गया था। लेकिन दुकान सडक़ के ठीक सामने होने के कारण शराब लेने वालों के वाहन के कारण हाइवे पर जाम की स्थिति बन रही थी। लिहाजा मंगलवार को दुकान को पास अंदर की ओर शिफ्ट कर दिया गया।
1 अप्रैल से शहर की सभी 17 शराब दुकानों को मुख्यमंत्री की शराबबंदी की घोषणा करने के बाद बंद कर दिया गया था। इन सभी दुकानों को शहर नगरनिगम की सीमा के बाहर संचालित कर दिया गया था। ऐसे में शराब के शौकीन नगरनिगम की सीमा के बाहर जाकर मयखाने का आनंद लेने लगे। मकोडिय़ा आम की दुकान को भी आगर रोड पर नये बन रहे निर्माणाधीन पुल के पास शिफ्ट कर दिया गया था।
लेकिन शराब के शौकीन यहां पर पहुंचकर भीड़ बढ़ाने लगे। उनके द्वारा वाहन हाइवे सडक़ किनारे ही खड़े कर दिये जाते थे, जिसके चलते रोड संकरी होने के कारण बड़े वाहनों को निकलने में परेशानी का सामना करना पड़ता था, साथ ही दुर्घटना की संभावना भी बन रही थी। लिहाजा मंगलवार को पीछे की ओर नया शेड बनाकर सडक़ के पास चल रही दुकान को शिफ्ट कर दिया गया।
स्थानीय रहवासियों ने किया था विरोध
हाल ही में यहां पर शराब दुकान संचालन के विरोध में यहां के रहवासियों ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया था। उनको कहना था कि यहां से शराब दुकान को हटाया जाय। लेकिन नगरनिगम की सीमा यहां पर समाप्त होने के कारण शराब दुकान का संचालन तो करना ही था। लिहाजा अब शराब दुकान अंदर की ओर संचालित होने से जाम लगने के साथ ही भीड़ छंटने की समस्या से भी छुटकारा मिल जायेगा।