तेंदूआ मरा दिखा तो घर में शादी जल्द कराने के लिए निकाले नाखून

दो आरोपियों को भेजा जेल, तेंदुए के 4 नाखून व अन्य अवशेष जब्त

धार, अग्निपथ। मांडू व धामनोद रेंज के मध्य इस महीने के शुरू में मृत मिले तेंदुए की मौत वन्य जीवों की आपसी लड़ाई में हुई थी। वन विभाग को सूचना मिलने के पहले ही तेंदुए को मरा देख दो आरोपियों ने उसके नाखून निकाल लिए। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपियों ने बताया कि घर में शादी जल्द होने के टोटके के चलते नाखून निकाले थे।

1 अप्रैल को कुछ ग्रामीणों ने तेंदुए को मृत देखा था मगर उसकी सूचना विभाग को नही दी। वही आरोपियों द्वारा रात के अंधरे में तेंदुए के नाखुन निकाल लिए। बाद में बकरी चराने वाले युवक को यह तेंदुआ मृत अवस्था में मिला जिसकी सूचना ग्रामीणों के साथ वन विभाग को दी इसके बाद वन विभाग पर पहुंचकर पंचनमा बनाया और जांच में लेकर आरोपियों की तलाश की गई।

आसपास के गांवों में पूछताछ के बाद दो संदिग्ध पप्पू पिता सेवादार डावर उम्र 30 वर्ष निवासी मांडव और कैलाश पिता छितर उम्र 45 साल निवासी मांडव को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने, तेंदुए के मृत अवस्था में होने के बाद उसके नाखून निकालने की बात कबूली। चार नाखून खेत में छिपाकर रखे गए थे, जिन्हें वन विभाग ने बरामद कर लिया।

आरोपियों से सख्ती से पूछताछ में बताया कि उन्होंने सुना था कि शेर के नाखून निकालने से परिवार में शादी जल्दी हो जाती है। इस कारण नाखून निकाले वन विभाग दोनों आरोपियों की जांच कर रहा है कि कहीं वे इस तरह के अन्य अपराधों में भी तो शामिल नहीं हैं। दोनों को न्यायालय में पेश किया गया है। जहाँ से उन्हें जेल पहुँचा दिया है।

जिसको निलंबित किया उसी ने आरोपी को पकड़ा

धामनोद वन परिक्षेत्र के भारुडपुरा बीट अंतर्गत,मालीपुरा क्षेत्र की 200 फीट गहरी खाई में, तेंदुए का शव संदिग्ध अवस्था में मिला था। सूचना मिलने पर, वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। शव करीब 7 दिन पुराना था। जिसमें तेंदुए का एक पंजा गायब मिला था। शव पर घाव थे और डॉक्टरों की टीम द्वारा, पोस्टमार्टम कराया गया।

इंदौर से फॉरेन्सिक और डॉग स्क्वायड की मदद से भी जांच की गई। तेंदुए की मृत्यु होने के बाद डीएफओ सोलंकी द्वारा कर्मचारियों को निलंबित व नोटिस दिया था जिसमें निलंबित पाटीदार ने खुद विभाग का सहयोग कर आरोपियों को पकडऩे में अन्य कर्मचारियों की मदद की। जिसमे आसपास के गांवों में पूछताछ के बाद दो संदिग्ध पप्पू पिता सेवादार डावर उम्र 30 वर्ष निवासी मांडव और कैलाश पिता छितर उम्र 45 साल निवासी मांडव को हिरासत में लिया गया।

पूछताछ में दोनों ने, तेंदुए के मृत अवस्था में होने के बाद उसके नाखून निकालने की बात कबूली। चार नाखून खेत में छिपाकर रखे गए थे, जिन्हें वन विभाग ने बरामद कर लिया।

आपसी लड़ाई में घायल हुआ था तेंदुआ

वन्य प्राणियों में भी अपने इलाकों को लेकर आए दिन झगडे होते रहते हैं जिसको लेकर एक अन्य तेंदुए के बीच खूनी संघर्ष हुआ था इस बीच यह तेंदुआ घायल हो गया था वहीं घायल अवस्था में कुछ दिन रहा जिसे पूर्ण भोजन व पानी नहीं मिलने के कारण यह अधमरा हो गया जिसके बाद गर्मी अधिक होने से तेंदूए का एक जगह धूप में होना भी मौत का कारण था।

वही इसमें ओर आरोपी पकडऩा है जिसके लिए टीम प्रयास कर रही है। यह कार्रवाई डीएफओ अशोक कुमार सोलंकी के के मार्गदर्शन में एसडीओ धनसिंह मेड़ा व वन परिक्षेत्र अधिकारी विवेक सिंह पटेल व वन रक्षक दिलीप पाटीदार सहित वन रक्षक का विशेष योगदान रहा।

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