विश्व हिन्दू परिषद कोर्ट का खटखटायेगा दरवाजा, बाकी दो मंदिर में ही रखी हैं
उज्जैन, अग्निपथ। संकुल भवन से विक्रमनगर मार्ग पर फोरलेन निर्माण के दौरान कार्रवाई में खंडित हुई तीन मूर्तियों में से एक मूर्ति को विसर्जित किया गया। अन्य मूर्तियां अभी मंदिर में रखी गई है। साथ ही उनकी रक्षा के लिए पुलिस कर्मी भी तैनात किए गए हैं।
बुधवार को फोरलेन निर्माण के लिए कार्रवाई के दौरान निगम टीम ने मार्ग में स्थित दो में से एक मंदिर पर जेसीबी से कार्रवाई की थी, जिसमें मंदिर में तीन मूर्तियों को निकालते समय वे खंडित हो गई। इसके बाद रहवासियों व विश्व हिंदू परिषद द्वारा मामले में जमकर विरोध करते हुए थाने में आवेदन दिया गया।
आवेदन निगम आयुक्त आशीष पाठक और निगम इंजीनियर मुकुल मेश्राम के खिलाफ दिया। मामला तब और बिगड़ गया था, जब बुधवार रात खंडित मूर्ति को विसर्जित करने के लिए कचरा वाहन का उपयोग किया गया, जिसके बाद लोगों के विरोध व कलेक्टर को सूचना देने के बाद मूर्ति को मंदिर में ही रखवाया गया।
अगले दिन निगम से दूसरा वाहन मंगवाकर माताजी की मूर्ति को विसर्जित करने भेजा गया व अभी बाकी दो मूर्तियां मंदिर में ही है, जिनमें एक माताजी व दूसरी हनुमान जी की है। साथ ही गुरुवार को निगम द्वारा कोई अन्य कार्रवाई नहीं की गई। विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री अंकित चौबे ने बताया कि निगम के खिलाफ कोर्ट में जाएंगे। शुक्रवार को कोर्ट में कार्य नहीं हो पाया सोमवार तक कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।