उज्जैन, अग्निपथ। मंगलनाथ मंदिर में अपने बच्चे की भात पूजा करने आये एक दर्शनार्थी के साथ सोमवार 14 अप्रैल 2025 को मंदिर में मारपीट की घटना हुई है। मारपीट करने वाला मंदिर का ही कर्मचारी है। इस घटना से आहत श्रद्धालु की आंखों से आंसू निकल आये और वो काफी दु:खी मन से मंदिर से लौट गये।
मंगलनाथ मंदिर में भात पूजा करने आए एक श्रद्धालु के साथ मंदिर के ही एक कर्मचारी ने की। घटना सोमवार दोपहर 2 बजे की बताई जा रही है। मंदिर में दर्शनार्थी के साथ मारपीट का वीडियो भी सामने आया है जिसमें मंदिर कर्मचारी दर्शनार्थी को चांटे मार रहा है। उज्जैन की चिमनगंज मंडी पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 151 में कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर प्रदेश में वाराणसी निवासी सुमित कुमार विदेश मंत्रालय में अधिकारी हैं। जिनके साथ यह घटना हुई है।
बनारस से बच्चे का पूजन कराने आये थे
अपने दस साल के बच्चे की भात पूजा करवाने सोमवार को बनारस के सुमित कुमार (विदेश मंत्रालय के अधिकारी) को परिवार के साथ उज्जैन आये थे। उनके साथ पत्नी, माता-पिता और सास ससुर भी थे। उन्होंने मंदिर के काउंटर से पूजा की रसीद बनवाई और अपनी बारी आने पर गर्भगृह में बच्चे को लेकर पूजन के लिये गये।
इसी दौरान मंदिर में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर पदस्थ कर्मचारी ओमप्रकाश ठाकुर वहां आया और उन्हें बाहर निकलने के लिए धमकाने लगा। जब वे अपनी परमिशन रसीद बताने लगे तो भी ओमप्रकाश नहीं माना और सुमीत कुमार को पकडक़र बाहर निकाल दिया और परिसर में धक्का-मुक्की करने लगा।
इसी बीच विवाद बढ़ा तो ओमप्रकाश ठाकुर ने सुमीत कुमार को चांटे मारना शुरू कर दिया। जिसका वीडियो वहां मौजूद लोगों ने बना लिया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और ओमप्रकाश के खिलाफ धारा 151 में कार्रवाई करते हुये उसे गिरफ्तार कर लिया।
ओमप्रकाश पहले भी कर चुका है मारपीट
कर्मचारी ओमप्रकाश पर इसके पहले भी मंदिर प्रशासन कार्रवाई कर चुका है। मंदिर प्रबंधन के अनुसार ठाकुर ने मंदिर के ही एक कर्मचारी के साथ मारपीट की थी। उस समय ठाकुर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। बाद में माफी मांगने के बाद उसे फिर से नौकरी पर रख लिया गया था। यह घटना 15 फरवरी 2022 की है।
उस वक्त मंदिर के एक अन्य कर्मचारी दिलीप गुप्ता के साथ लेनदेन के हिसाब को लेकर ओमप्रकाश ने हमला कर दिया था। दोनों ने एक-दूसरे को पीटा वीडियो वायरल होने के बाद एसडीएम ने दोनों कर्मचारियों के मंदिर आने पर रोक लगा दी थी। लेकिन माफी मांगने के बाद फिर उसे नौकरी पर रख लिया था।
मंदिर पर दबंगाई बढ़ती जा रही
मंगलनाथ मंदिर पर दबंगई बढ़ती ही जा रही है। यहां पर मंगल ग्रह शांति व भात पूजा के लिये देशभर के लोग आते हैं। जिन लोगों की शादी मेें विलंब हो रहा है वे भी यहां आकर पूजन करवाते हैं। जैसे-जैसे मंदिर पर भीड़ बढ़ती जा रही है, वैसे वैसे यहां पर कमाई करने वाले दबंगों की संख्या भी बढ़ रही है।
यहां भात पूजन मंदिर के अंदर और बाहर कराने का मनमाना शुल्क वसूला जाता है और यह सब दबंग किस्म के पुजारी या उनके सहायक तय करते हैं। मंदिर समिति को तो सिर्फ अपनी रसीद से मतलब होता है, उसके बाद श्रद्धालु को सुरक्षा या संरक्षण की कोई जिम्मदारी नहीं उठाई जाती। मंदिर में पूजन करने कितने लोग जायेंगे, यह भी लेनदेन के बाद तय होता है।
अगर सौदा नहीं पटा तो नियमों का हवाला देकर गर्भगृह में जाने से रोक दिया जाता है। सोमवारको भी इसी तरह का मामला हुआ था। सुमीत कुमार के पहले भी चार-पांच लोग गर्भगृह में जाकर भात पूजन करा चुके थे, उन्हें नहीं रोका गया था। लेकिन बच्चे की पूजन में मदद के उद्देश्य से सुमीत कुमार जब गर्भगृह में गये उन्हें मंदिर कर्मचारी ओमप्रकाश ने नियमों का हवाला देकर धक्का-मुक्की कर गर्भगृह से बाहर कर दिया।