नरवर स्थित ढाबे पर भोजन के लिए रूके थे यहीं हुई वारदात
उज्जैन, अग्निपथ। नरवर थाना क्षेत्र में महाराष्ट्र के सिविल जज के साथ चोरी की वारदात हो गई। बदमाश ने नरवर क्षेत्र में ढाबे पर भोजन के बाद उनका मोबाइल चोरी किया और कुछ दिन बाद उनकी यूपीआई आईडी के माध्यम से अकाउंट से 1 लाख रुपए निकाल लिए गए। जब वे महाराष्ट्र में अपने घर यवतमाल पहुंच गए और कुछ दिनों बाद उनके अकाउंट से रुपए कम हुए तब जाकर उन्होंने यवतमाल पुलिस को शिकायत दर्ज कराई। वहां कायमी कर पुलिस ने रिपोर्ट नरवर थाने को जांच के लिए सौंपी।
1 अप्रैल से पहले महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के रहने वाले सिविल जज सखाराम राव अपने परिवार के साथ महाकाल दर्शन के लिए निजी कार से उज्जैन आए थे। 2 अप्रैल को वे देवास मार्ग से वापस लौट रहे थे। रास्ते में नरवर स्थित एक ढाबे में परिवार भोजन करने के लिए रूका। भोजन के बाद उन्होंने अपने मोबाइल से ही ऑनलाइन पेमेंट किया। इसके बाद मोबाइल चोरी हो गया। इसी मोबाइल से आरोपी ने यूपीआई का इस्तेमाल कर 1 लाख रुपए से अधिक राशि निकाल ली।
टीआई बल्लू मंडलोई ने बताया महाराष्ट्र के ग्राम पुसद जिला यवतमाल के रहने वाले सिविल जज एवं लेवल अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सखाराम राव अपने परिवार के साथ देवदर्शन के लिए उज्जैन आए थे। नरवर में भोजन के बाद उन्होंने अपने मोबाइल से ऑनलाइन पेमेंट किया और रवाना हो गए थे।
रास्ते में उन्हें पता चला कि मोबाइल चोरी हो गया। इस पर वे वापस ढाबे पर लौटे और ढाबा संचालक को बताया कि उनका मोबाइल यहीं चोरी हुआ है। इस पर ढाबा संचालक ने सीसीटीवी फुटेज चैक कराए। सिविल जज राव ने स्वयं फुटेज चैक किए लेकिन कोई वारदात करते हुए दिखाई नहीं दिया। इसके बाद वे वापस महाराष्ट्र के लिए रवाना हो गए।
कुछ दिन बाद निकले रुपए
2 अप्रैल को नरवर में मोबाइल चोरी हुआ था। इस घटना को उन्होंने ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया लेकिन कुछ ही दिनों पहले उन्हें पता चला कि उनके बैंक खाते से किसी अज्ञात व्यक्ति ने 1 लाख रुपए से ज्यादा राशि निकाल ली है। इस पर उन्होंने यवतमाल पुलिस को पूरी घटना बताई और शिकायत दर्ज कराई। यवतमाल पुलिस ने जीरो पर कायमी कर मामला नरवर पुलिस को सौंपा है। नरवर पुलिस इस मामले में आगे की जांच करेगी।
लॉक कैसे खोला साइबर सेल करेगी जांच
टीआई बल्लू मंडलोई ने बताया महाराष्ट्र के यवतमाल से केस डायरी मिली है। मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। सिविल जज राव के एंड्राइड मोबाइल में पैटर्न लॉक था। इसके अलावा यूपीआई में भी पासवर्ड होता है आरोपी ने मोबाइल लॉक और पासवर्ड कैसे खोला इसकी जांच साइबर सेल की मदद से की जाएगी।