कालीसिंध नदी के पास मिली लाश चोर की निकली, साथियों ने घटना छुपाई; गैर इरइरादतन हत्या का केस
उज्जैन, अग्निपथ। तराना के ग्राम गांवडी के जंगल में 15 मार्च को एक युवक का शव मिला था। उसकी शिनाख्त धर्मेद्र पिता रूगनाथ सिंह निवासी हारूखेड़ी के रूप में हुई थी। पुलिस को अंदेशा था कि उसकी हत्या हुई है क्योंकि वह रिकार्डेड बदमाश था।
पुलिस जांच में पता चला कि बदमाश को डीपी से ऑइल चोरी करते वक्त करंट लग गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। उसके साथ तीन अन्य साथी भी थे जो उसे मृत छोडकऱ जंगल से भाग गए थे। शव को जानवरों ने नोंच खाया था जिसके कारण उसकी पहचान मुश्किल हो गई थी।
पुलिस ने मर्ग जांच में पाया कि मृतक धर्मेंद्र अंतिम बार अपने दोस्त अर्जुन पिता तेजूलाल उम्र 22 निवासी हारूखेड़ी, माखन पिता शिवनारायण बागरी उम्र 20 साल निवासी कडोदिया और दिनेश पिता ईश्वर सिंह गुर्जर उम्र 29 साला निवासी भगतपुर के साथ देखा गया था। पुलिस ने गवाहों के कथनों के आधार पर गैर इरादतन हत्या की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लेकर आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने पूरी घटना बताई।
करंट लगने के बाद उपचार कराने की बजाय जंगल में छोड़ गए साथी
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अर्जुन के साथ मिलकर वे चोरी करते थे। आरोपियों ने मक्सी के मछली बाजार के पास एक एच एफ डीलक्स मोटर साइकिल एमपी 42 एमबी 3608 एवं शिवश्री टॉकिज के सामने से बाइक क्रमांक एमपी 13 ईक्यू 5926 चोरी की थी। चोरी की ही बाइक से वे ट्रांसफॉर्मर से ऑइल चोरी करते थे।
13 अप्रैल को रात करीब 12 बजे आरोपी मृतक धर्मेंद्र के साथ चोरी की दोनों मोटरसाइकिल से ग्राम बिछडोद में अमरपुरा के रास्ते पर डीपी से ऑइल चोरी करने के लिए पहुंचे थे। तीनों साथियों ने साथ मिलकर डीपी के इलेक्ट्रिक सप्लाई वायर डीओ काटे और उसके बाद धर्मेद्र को ऑइल चोरी करने के लिए डीपी पर चढाया।
धर्मेंद्र ऑइल चोरी करने के लिए डीपी के नट खोल रहा था इसी दौरान वह करंट की चपेट में आ गया। डीपी में फॉल्ट हुआ तो उसके साथी माखन, अर्जुन और दिनेश ने बांस के डंडे से धर्मेंद्र को नीचे गिराया और उसे घटना स्थल से उठाकर बाइक पर बैठाकर तराना तरफ ले जाने लगे। इसी दौरान कालीङ्क्षसंध नदी के पास धर्मेंद्र की मौत हो गई।
धर्मेंद्र के साथियों ने उसका उपचार कराने के लिए ले जाने की बजाय घटना को छुपाने के लिए उसे चांदकांकरिया एवं गांवडी के बीच खेत में पटक दिया। इसके बाद सभी अपने-अपने घर चले गए। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।