मंत्री विजयवर्गीय, देवड़ा के गृह जिले में बनने थे नाममात्र तालाब, 18 गुना तक टारगेट बढ़ाया
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन में अब सबसे अधिक 22 गुना अधिक खेत तालाब बनाए जाएंगे। पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने सीएम यादव द्वारा खेत तालाब बनाने का टारगेट फिर तय करने के निर्देश के बाद यहां 83 के बजाय 1827 खेत तालाब बनाने का टारगेट कलेक्टर को सौंपा है।
इसी तरह नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के गृह जिले इंदौर में अफसरों ने पहले सिर्फ 55 खेत तालाब बनाने का टारगेट रखा था। इसे 18 गुना बढ़ाकर 1002 तक कर दिया गया है। इसी तरह नीमच जिले में अब 57 के बजाय 729 और डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा के गृह जिले मंदसौर में 118 के बजाय 1404 खेत तालाब बनाए जाएंगे।
81 हजार से अधिक खेत तालाब बनाए जाएंगे
सीएम मोहन यादव के महत्वाकांक्षी जल गंगा अभियान में अब कई जिलों को बड़ा टारगेट दे दिया गया है। यह टारगेट कलेक्टरों और जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को जल संग्रहण के लिए खेत तालाब बनाने को लेकर दिया गया है। पिछले सप्ताह की गई समीक्षा में सीएम ने प्रदेश भर में 50 हजार खेत तालाब बनाए जाने के लक्ष्य को कम बताते हुए कहा था कि इन्हें बढ़ाया जाए और इसके बाद अब प्रदेश में 81 हजार से अधिक खेत तालाब जल गंगा संवर्धन अभियान के दौरान बनाए जाएंगे।
पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा सभी कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत और मनरेगा के समन्वयक, अतिरिक्त समन्वयक को जारी निर्देश में कहा है कि जल गंगा संवर्धन अभियान 2025 में खेत तालाब बनाए जाने के लक्ष्य हर जिले में बदले गए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा इसको लेकर 19 अप्रेल को की गई समीक्षा के बाद इसमें बदलाव किया जाकर नए लक्ष्य तय किए गए हैं। इसलिए अब अभियान खत्म होने तक अधिक से अधिक खेत तालब बनाए जाने का काम जिलों में कराया जाना है। इसके लिए जिलेवार नए टारगेट तय किए गए हैं।
तीन नए जिलों के लिए टारगेट नहीं, 14 जिलों का लक्ष्य यथावत
पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग ने तीन नए जिले मऊगंज, मैहर और पांढुर्णा के लिए अलग से कोई टारगेट खेत तालाब बनाने के लिए नहीं रखा है। यहां बनने वाले खेत तालाब रीवा, सतना और छिंदवाड़ा में ही शामिल किए गए हैं। वहीं 52 जिलों की सूची में 14 जिलों के खेत तालाब के टारगेट में कोई वृद्धि नहीं की गई है।