महाकाल मंदिर में स्थित प्राचीन मंदिर का पुरातत्व विभाग करेगा निर्माण

95 प्रतिशत पुराने पत्थरों का होगा उपयोग, 1 हजार साल पुराने परमारकालीन मंदिर के मिले अवशेष

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में जून 2021 में खुदाई के दौरान एक हजार साल पुराने परमार कालीन मंदिर के अवशेष मिले थे। अब इस प्राचीन मंदिर का पुनर्निर्माण पुरातत्व विभाग करेगा। शुक्रवार को पुरातन विभाग के अधिकारियों ने महाकाल मंदिर पहुंचकर मंदिर के स्थल का निरीक्षण किया साथ ही प्राचीन मंदिर से निकले अवशेषों को सुरक्षित रखने के संबंध में विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ चर्चा की।

पिछले साल पुरातत्व विभाग ने मंदिर निर्माण के लिए 65 लाख रुपए की स्वीकृति दी थी। लेकिन टेंडर प्रक्रिया में ठेकेदारों की रुचि न होने के कारण काम शुरू नहीं हो सका था। अब विभाग ने खुद निर्माण का दायित्व लिया है।

मंदिर के निर्माण में 95 प्रतिशत पुराने पत्थरों का उपयोग

भोपाल के पुरातत्व विभाग के अधिकारी डॉ. रमेश यादव ने बताया कि निर्माण सामग्री और जनशक्ति (मैनपावर) के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 37 फीट ऊंचे इस मंदिर के निर्माण में 95 प्रतिशत पुराने पत्थरों का उपयोग किया जाएगा। केवल क्षतिग्रस्त हिस्सों में नए पत्थर लगाए जाएंगे।

पुरातत्व विभाग ने पत्थरों को रखने के स्थान का निरीक्षण किया

शुक्रवार को पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने महाकाल मंदिर में नगर विकास प्राधिकरण (यूडीए) के साथ पत्थरों को रखने के स्थान को लेकर चर्चा की। निरीक्षण के दौरान पुरातत्व विभाग के उपयंत्री पुष्पेंद्र रोकड़े, यूडीए के उपयंत्री शैलेंद्र जैन और त्रिवेणी संग्रहालय के संग्रहाध्यक्ष योगेश पाल मौजूद थे।

सती माता मंदिर के नीचे था प्राचीन मंदिर

महाकालेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार पर विराजित सती माता मंदिर के नीचे से यह परमारकालीन प्राचीन निकला था। प्रवेश द्वार के जीर्णोद्धार के लिए प्रशासन ने सती माता मंदिर को अन्य जगह स्थानांतरित कर वहां पर खुदाई की थी। उस दौरान यह मंदिर सामने आया था। उस वक्त से ही पुरातत्व विभाग मंदिर के अवशेषों को सहेज रहा है।

उसी वक्त मंदिर के पुन: निर्माण का निर्णय हो गया था। निर्माण भी प्राचीन स्वरूप के मुताबिक ही किया जाना है। लेकिन मंदिर के आसपास चल अन्य निर्माण कार्य पूरे नहीं होने के कारण मंदिर का निर्माण अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। मंदिर से निकले अवशेष व प्राचीन पत्थर एवं शिलाएं भी यहां-वहां बेतरतीब तौर पर रखी हुई हैं।

Next Post

कुक्षी में पिता ने दो मासूम बेटों को मौत के घाट उतारा

Fri May 2 , 2025
पत्नी का भी गला घोंटकर की मारने की कोशिश धार, अग्निपथ। जिले के कुक्षी क्षेत्र के ग्राम भंवरपुरा में एक पिता ने अपने दो मासूम बेटों की धारदार हथियार से हत्या कर दी। एक की उम्र 3 साल तो दूसरे की 4 साल है। शुक्रवार सुबह दोनों के शव घर […]