मौत के डेढ़ साल बाद जांच में खुलासा, केस दर्ज, 7 आरोपी पकड़ाए जेल भेजा
उज्जैन, अग्निपथ। देवासगेट थाना क्षेत्र स्थित जिला अस्पताल में आगर के एक युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने डेढ साल बाद उसकी पत्नी और साढ़ सहित 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अवैध संबंधों के चलते पत्नी ने ही उसके जीजा सहित रिश्तेदारों के ंसाथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची थी।
पुलिस ने बताया 13 दिसंबर 2023 को सुबह 9 बजे चैरिटेबल अस्पताल में संजय मालवीय उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम तालखा, थाना नलखेड़ा जिला आगरा की मौत हो गई थी। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव बरामद कर मर्ग कायम किया और पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द किया। जहर खाने से संदिग्ध मौत होने पर पुलिस ने मामला जांच में लिया।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, अस्पताल के दस्तावेज, परिजनों के कथन और फोरेंसिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मृतक के शरीर में एल्युमिनियम फॉस्फाइड पाए जाने से यह स्पष्ट हुआ कि मृत्यु जहर खाने से हुई है। पुलिस ने जांच शुरू की जिसमें यह तथ्य सामने आए कि संजय को रात 1.31 उसकी पत्नी ज्योति और साढू अंकित परमार सिविल अस्पताल लेकर आए लेकिन पहचान छुपाई थी। सुबह 6.50 बजे चैरिटेबल अस्पताल ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
यह तथ्य भी सामने आया कि संजय की पत्नी ज्योति और उसके जीजा अंकित परमार के बीच अवैध संबंधों के चलते उनके बीच विवाद होते थे। जांच में यह सामने आया कि ज्योति, अंकित परमार, फुंदाबाई, हरिनारायण, कल्पना उर्फ रोशनी, मीना और संध्या ने संजय को षड्यंत्रपूर्वक सल्फास देकर हत्या की और साक्ष्य छुपाने का प्रयास किया।
सातों आरोपियों के खिलाफ हत्या, षड्यंत्र रचने सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।