उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकाल मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मीयों को विभिन्न प्रकार की आपदाओं के दौरान बचाव के तरीकों के बारे में ट्रेनिंग दी जा रही है। पहले दिन 13 मई 2025 को फायर फाईटिंग एवं पेशेंट लिफ्टिंग एवं मुविंग तकनीक के बारे में मंदिर परिसर में तैनात 380 सुरक्षाकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया।
श्री महाकाल मंदिर में तैनात प्रायवेट सुरक्षाकर्मियों को आपदा प्रबंधन के प्रशिक्षण में सर्वप्रथम आपदा के प्रकार एवं आपदा से बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई। इसके उपरांत आगजनी की घटना घटित होने पर किस प्रकार फायर एक्टिंग्यूशर की मदद से आग पर काबू करना है, इसका अभ्यास सुरक्षाकर्मियों को बारी-बारी से कराया गया।
प्रशिक्षण में डिविजनल कमाण्डेन्ट होमगार्ड रोहिताश पाठक ने बताया कि कोई भी आपदा घटित होने से पूर्व उसके लक्षण हमे प्रतीत होते हैं किन्तु हम उन्हे कई बार अनदेखा कर देते हैं, जिसके कारण छोटी-सी घटना भी आपदा का रूप ले लेती है, इसलिये जब भी सुरक्षाकर्मी अपने ड्यूटी पाइंट पर जाये तो सजग रहकर ड्यूटी पाइंट पर ड्यूटी सम्पादित करें एवं आपने आसपास घटित हो रही घटनाओं का बारिकी से विश£ेषण करें ताकि आपदा की स्थिति निर्मित ना हो सके।
हवाई हमले के बाद आपातकालीन स्थिति से निपटने की भी ट्रेनिंग
डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट संतोष कुमार जाट ने बताया कि आग की घटना को देखते हुए लोगों को आपदा प्रबंधन, फायर फाइटिंग और मेडिकल रेस्क्यू की ट्रेनिंग दी गई। एसडीआरएफ और होमगार्ड के मास्टर ट्रेनर दे ट्रेनिंग रहे हैं। कोई घटना महाकाल मंदिर में होती है, महाकाल मंदिर पहले से संवेदनशील रहा है इसलिए यहां तैनात कर्मचारी ट्रेंड हो स्किल्ड हो किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पब्लिक के सहयोग से कैसे रेस्क्यू किया सके।
इसलिए इन्हे ट्रेंड किया जा रहा है। वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत रखते हुये नागरिक सुरक्षा संगठन को मजबूती प्रदान करने हेतु प्रदेशभर में वृहद स्तर पर सिविल डिफेन्स वॉलेन्टियर्स को नामांकित कर आपदा की स्थिति में बचाव कार्य के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 13 मई को श्री महाकालेश्वर मंदिर में 110 युवकों को सिविल डिफेन्स वॉलेन्टियर्स के तौर पर रजिस्टर कर आपदा के विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
डिस्ट्रिक्ट कमाण्डेन्ट संतोष कुमार जाट ने बताया कि प्रशिक्षण उपरांत यह सभी सिविल डिफेन्स वॉलेन्टियर्स आपदा के दौरान फस्र्ट रिस्पोंडर के तौर पर घटनास्थल पर उपस्थित होकर बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
पिछले हफ्ते लगी आग से लिया सबक
5 मई को महाकाल मंदिर परिसर में कंट्रोल रूम की छत पर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के एयर क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम की बैटरियां में आग लग गई थी। जिससे मंदिर के आसपास अफरा तफरी मच गई थी। आग पर काबू पाने के दौरान एक कर्मचारी का आग से हाथ भी जल गया था। इससे पहले होली के दौरान मंदिर के गर्भगृह में लगी आग से पुजारी कर्मचारी सहित 14 लोग झुलस गए थे। वहीं एक सेवक की जलने से मौत भी हो गई थी। इन दोनों घटनाओं से सबक लेते महाकाल मंदिर में आग से बचाव के लिए उपाय किये जा रहे है। जिसमें सभी कर्मचारी और सुरक्षाकर्मियों को तीन दिन तक ट्रेनिंग दी जाएगी।
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श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के बाहरी परिसर फेसेलिटी टनल की छत पर श्री महाकालेश्वर मंदिर में कर्तव्यरत क्रिस्टल इंटीग्रेटेड प्रा.लि. कंपनी के सुरक्षाकर्मियों को मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सुरक्षा, डिजास्ट्रर मैनेजमेंट एवं आपातकालीन स्थिति में धैर्य रखकर किस प्रकार कार्य करना है ,क्या-क्या सावधानियॉं रखी जाना चाहिए के संबंध में अलग-अलग शिफ्ट अनुसार प्रशिक्षण दिया गया। ओ.एस.डी. जयंतसिंह राठौड, सहायक प्रशासक गिरीश तिवारी, प्लाटुन कमाण्डेन्ट दिलीप बामनिया, पुष्पेन्द्र त्यागी, मंदिर सुरक्षा अधिकारी हेमलता पाटीदार, सुरक्षा प्रभारी अनुराग चौबे आदि उपस्थित थे।
सुरक्षाकर्मी एवं आउटसोर्स कर्मचारियों को 13 से 16 मई 2025 तक अलग-अलग शिफ्ट अनुसार प्रशिक्षण दिया जाना है। 14 मई बुधवार को कृष्णा सिक्युरिटी एण्ड लेबर सप्लायर्स कंपनी के कर्मचारियों, 15 मई को मंदिर कर्मचारी, पुलिसकर्मी एवं होमगार्ड जवानों , 16 मई शुक्रवार को कार्यालयीन कर्मचारी, जनरल शिफ्ट में कर्तव्यरत पुलिसकर्मी एवं होमगार्ड जवानों को प्रशिक्षण दिया जावेगा।